World Physiotherapy Day 2022: फिजिकल थेरेपी दिलाता है कई शारीरिक समस्याओं से छुटकारा, अनिगत लाभों का है ये भंडार
World Physiotherapy Day 2022: एक फिजियोथेरेपिस्ट ही पुराने से पुराने शारीरिक दर्द का उपचार करके आपको आराम महसूस करवाता है।
World Physiotherapy Day 2022: आज यानी 8 सितंबर को 'वर्ल्ड फिजिकल थेरेपी डे 2022' के रूप में मनाया जा रहा है। बता दें कि प्रत्येक साल 8 सितंबर के दिन को पुरे विश्व में 'वर्ल्ड फिजिकल थेरेपी डे 2022' के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। उल्लेखनीय है कि यह ख़ास दिन किस तरह से एक फिजियोथेरेपिस्ट लोगों को फिट रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इस बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
आपको बता दें कि एक फिजियोथेरेपिस्ट ही पुराने से पुराने शारीरिक दर्द का उपचार करके आपको आराम महसूस करवाता है। गौरतलब है कि फिजिकल थेरेपी के जरिए लोगों को चोट से उबरने और शरीर की अधिकतम गति और शारीरिक कार्य को बनाए रखने में काफी सहायता मिलती है। इसके जरिए क्रोनिक कंडीशन जैसी स्थिति से भी निपटना आसान हो जाता है।
फिजिकल थेरेपिस्ट का काम क्यों है मुख्य
फिजियोथेरेपी में किसी प्रकार की कोई नॉर्मल एक्सरसाइज शामिल नहीं होती। जिस कारण आप इसे खुद से नहीं कर सकते हैं। इसलिए इसके लिए आपको एक विशेषज्ञ की मदद की आवश्यकता पड़ती है, जिसे फिजियोथेरेपिस्ट के नाम से जाना जाता हैं। बता दें कि कमर, गर्दन, कंधे , पैर आदि शरीर के किसी भी भाग में चोट, दर्द, इंजरी को ठीक करने के लिए, उसमें मूवमेंट बनाए रखने के लिए भी फिजियोथेरेपिस्ट की देख-रेख की विशेष आवश्यकता होती है।
फिजिकल थेरेपी से जुड़े सेहत के अनगिनत लाभ
बता दें कि चिकित्सीय व्यायाम और फिजिकल थेरेपी तकनीक से पुराने से पुराने दर्द से राहत मिल जाता है। उल्लेखनीय है कि सॉफ्ट टिशू और ज्वाइंट ट्रीटमेंट जैसे अल्ट्रासाउंड, एलेक्ट्रिकल एस्टिम्युलेशन या टैपिंग जैसे उपचार आपके दर्द को दूर करने, मांसपेशियों और जोड़ों को फिर से सही तरीके से कार्य करने में भी सहायक हो सकते हैं। इतना ही नहीं इस तरह की थेरेपीज के जरिए दर्द को दोबारा होने से रोकने में सहायता मिल सकती है।
आपको बता दें कि फिजिकल थेरेपी के जरिए यदि आपका दर्द कम हो जाता है या फिर किसी भी चोट से उबरने में सहायता मिलती है, तो ऐसे में कई बार सर्जरी कराने की स्थिति भी टल जाती है।बावजूद इसके यदि सर्जरी भी करानी पड़ती है, तो भी आपको प्री-सर्जरी फिजिकल थेरेपी कराने से काफी लाभ प्राप्त हो सकता है।
यदि किसी व्यक्ति को चलने-फिरने या खड़े होने में भी परेशानी हो रही है, तो फिजिकल थेरेपी उनके लिए लाभप्रद साबित हो सकता है। बता दें कि स्ट्रेंथ और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से आपको काफी हद तक शारीरिक मूवमेंट को बनाए रखने में सहायता मिल सकती है।
फिजिकल थेरेपी के और भी हैं अन्य फायदे
फिजिकल थेरेपी कराने से शारीरिक रूप से कई प्रकार के अनगिनत लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं। जिनमें दर्द को कम होना , पैरालिसिस और स्ट्रोक से उबरने में मदद मिलना ,
ट्रॉमा और इंजरी से उबरने में मदद मिलना , शरीर के संतुलन और मुद्रा में सुधार करना , उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को मैनेज करना , मांसपेशियों में लचीलापन और खिंचाव लाना , मांसपेशियों की ऐंठन, हड्डियों, जोड़ों के दर्द को करना , और किसी भी सर्जरी के बाद तेजी से उबरने में मदद करना आदि शामिल हैं।