दिल्ली की जेलों के 1,000 कैदियों को मिलेगा योग शिक्षकों का प्रशिक्षण

दिल्ली की जेलों में बंद 1,000 से ज्यादा कैदियों को एक साल के भीतर योग शिक्षकों के तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि रिहाई के बाद उनको नया जीवन शुरू करने में मदद करने के लक्ष्य से शुरू एक पहल के तहत यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

Update: 2019-06-20 17:51 GMT

नई दिल्ली: दिल्ली की जेलों में बंद 1,000 से ज्यादा कैदियों को एक साल के भीतर योग शिक्षकों के तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि रिहाई के बाद उनको नया जीवन शुरू करने में मदद करने के लक्ष्य से शुरू एक पहल के तहत यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि ‘संजीवन’ परियोजना का उद्घाटन 23 जनवरी को किया गया था। दिसंबर 2018 में जेल विभाग और मोरारजी देसाई इंस्टीट्यूट ऑफ योग (एमडीएनआईवाई) के बीच इस संबंध में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुए थे।

महानिदेशक (जेल) अजय कश्यप ने कहा कि परियोजना के तहत संस्थान के प्रशिक्षक तिहाड़ जेल समेत शहर की 16 जेल के कैदियों को प्रशिक्षण देंगे। इसका लक्ष्य उन्हें जीवन कौशल उपलब्ध कराना है ताकि वे योग शिक्षकों के तौर पर काम कर सकें और कुछ कमा सकें।

अकेले तिहाड़ की विभिन्न जेलों में 16,000 से ज्यादा कैदी हैं। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मूलत: दो पाठ्यक्रम हैं। एक फाउंडेशन कोर्स है जो चार हफ्तों का है और दूसरा इंस्ट्रक्टर कोर्स है जो चार महीने का है। उन्होंने बताया कि कुल 750 कैदियों को फाउंडेशन कोर्स के तहत प्रशिक्षित किया गया है और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उन्हें प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।

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भाषा

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