दिल्ली सरकार का बड़ा ऐलान: यूपी समेत इन राज्यों पर नजर, यहां करेगी परचम बुलंद

आम आदमी पार्टी(आप) आने वाले दो सालों में देश के 6 राज्यों के विधानसभा चुनावों में उतरने का ऐलान किया है। इस बारे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया कि उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब, गोवा में आम आदमी पार्टी अपना प्रत्याशी उतारेगी।

Update: 2021-01-28 07:56 GMT
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहा कि आजकल देश का किसान बहुत दुःखी है, बीते 25 साल में साढ़े 3 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं।

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की सत्ता पर पैर जमाए हुए आम आदमी पार्टी(आप) ने बड़ा फैसला किया है। आप आने वाले दो सालों में देश के 6 राज्यों के विधानसभा चुनावों में उतरने का ऐलान किया है। इस बारे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया कि उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब, गोवा में आम आदमी पार्टी अपना प्रत्याशी उतारेगी। दिल्ली की सत्ता हासिल करने के साथ ही अब इन राज्यों में आप अपना परचम बुलंद करना चाहती है।

ये भी पढ़ें... यूपी किसानों का धरना जबरन खत्मः भाकियू का बड़ा एलान, इन जिलों की पुलिस अलर्ट

किसानों पर फर्जी केस

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आजकल देश का किसान बहुत दुःखी है, बीते 25 साल में साढ़े 3 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं, नए किसान बिल से किसानों की खेती छीनकर पूंजीपतियों को देने की तैयारी है। लेकिन 26 जनवरी को हुई हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण थी, वहीं किसानों पर फर्जी केस लगाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जो पार्टी हिंसा के लिए जिम्मेदार है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि किसानों का साथ देने के लिए झंडा, डंडा, टोपी घर पर छोड़कर जाएं, एक आम नागरिक बनकर किसानों का समर्थन करें।

फोटो-सोशल मीडिया

ये भी पढ़ें...दिल्ली हिंसा पर इस बड़े किसान नेता ने देश से मांगी माफी, बोले- 30 को रखेंगे उपवास

3 लाख किसान आत्महत्या

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आजकल हमारे देश का किसान बहुत दुखी है। 70 साल से सभी पार्टियों ने मिलकर किसानों को धोखा दिया है, कभी कहते थे किसानों का लोन माफ करेंगे, लेकिन किसी ने भी कर्ज माफ नहीं किया, किसानों के बच्चों को नौकरी देने का वादा किया, लेकिन नौकरी नहीं दी। बीते 25 साल में साढ़े 3 लाख किसान आत्महत्या कर चुके हैं। जोकि बहुत दुर्भाग्य की बात है।

आगे सीएम केजरीवाल ने कहा कि 26 जनवरी को हुई हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण थी, किसानों के नाम पर हिंसा के लिए असली मे ज़िम्मेदार है उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन उस दिन हिंसा हुई, इस वज़ह से किसानों के मुद्दे ख़त्म नहीं हो गए है, वो मुद्दे आज भी बने हुए हैं।

ये भी पढ़ें...किसान नेताओं के पास 3 दिनः दिल्ली पुलिस से सामना, लुकआउट नोटिस होगा जारी

Tags:    

Similar News