महाराष्ट्र चुनाव: मतदान से पहले ही आदित्य ठाकरे का भाजपा पर निशाना

साथ ही साथ एक अन्य ट्वीट करते हुए आदित्य ठाकरे ने लिखा है कि बहुत से पर्यावरणविद् और शिवसेना के स्थानीय सदस्यों ने पेड़ों के काटे जाने का विरोध किया है, जिस तरह से वहां पुलिस मौजूद है, मुंबई मेट्रो-3 वह सबकुछ तबाह कर रही है, जिसे भारत

Update:2023-07-11 20:21 IST

महाराष्ट्र: चुनाव आते ही राजनैतिक घराने का माहौल बदला बदला नजर आता है, कहीं टकराव की स्थिती, कहीं दूसरी पार्टी को समर्थन, किसी को पार्टी का टिकट, कहीं पार्टी से बेदखल, कहीं रैलियां, कहीं कुछ और…

दरअसल, विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच गठबंधन का ऐलान हो गया है, लेकिन चुनाव से ठीक पहले दोनों राजनीतिक पार्टियां आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर अलग-अलग राय रखती नजर आ रही हैं, कहा जाता रहा है कि दोनों राजनीतिक पार्टियों में गठबंधन तो है लेकिन पर्यावरण के मुद्दे पर नहीं।

बताते चलें कि शिवसेना एक तरफ आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटान पर ऐतराज जता रही है, तो वहीं बीजेपी के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट बेहद जरूरी है, मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस कई बार जता चुके हैं कि मुंबई के आरे में मेट्रो कार शेड हर हाल में बनना है, इसके लिए आरे के जंगलों के 2700 पेड़ काटे जा सकते हैं, क्योंकि यह वन क्षेत्र नहीं है।

आदित्य ठाकरे का निशाना...

शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे और युवा विंग के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे, महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले से सहमत नहीं हैं, एक के बाद एक कई ट्वीट कर उन्होंने पेड़ों की कटान पर महाराष्ट्र सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है।

पेड़ काटने पर ऐतराज....

आदित्य ठाकरे ने पेड़ों को कटाई के विरोध में लिखा कि जिस तरह से मुंबई मेट्रो-3 के नाम पर पेड़ों को धूर्तता से काटा जा रहा है, वह शर्मनाक और गलत है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कैसा रहेगा अगर इन अधिकारियों की नियुक्ति पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कर दी जाए और वे पेड़ों की जगह आतंकी शिविरों को तबाह करें।

साथ ही साथ एक अन्य ट्वीट करते हुए आदित्य ठाकरे ने लिखा है कि बहुत से पर्यावरणविद् और शिवसेना के स्थानीय सदस्यों ने पेड़ों के काटे जाने का विरोध किया है, जिस तरह से वहां पुलिस मौजूद है, मुंबई मेट्रो-3 वह सबकुछ तबाह कर रही है, जिसे भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कहा है।

इकोसिस्टम की तबाही...

एक अन्य ट्वीट में आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह कोई आधार ही नहीं बनता केंद्र सरकार का मिनिस्ट्री ऑफ क्लाइमेट चेंज अस्तित्व में रहे, या प्लास्टिक पॉल्यूशन पर बोले, मुंबई-मेट्रो-3 अविवेकपूर्ण तरीके से क्षेत्र के इको सिस्टम को तबाह कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने कह कि मुंबई मेट्रो-3 के अहम की लड़ाई इसके बनने के उद्देश्य को खत्म कर रही है।

आदित्य ठाकरे के ट्वीट के बाद शिवसेना के कई बड़े नेता मौके पर पहुंचे हैं, एक ट्वीट में उन्होंने शीतल मात्रे, प्रभु सुनील का जिक्र करते हुए कहा कि लोग जनता के लिए वहां खड़े हैं। उन्होंने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा है कि मुंबई मेट्रो-3 लोगों से अपराधियों की तरह बर्ताव कर रही है और बेहद जरूरी मांगों को अनसुना कर रही है।

गौरतलब है कि शिवसेना का अपने सहयोगी से चुनाव से पहले ही अलग रुख रखना गठबंधन पर कितना असर डालेगा यह देखने वाली बात होगी, विकास के नाम पर देवेंद्र फडणवीस फिलहाल यह लड़ाई जीतते हुए नजर आते हैं।

दरअसल, आरे के जंगलों को कटने से बचाने की लड़ाई लड़ रहे लोगों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले से झटका लगा है।

कटान का लगातार हो रहा विरोध...

बताते चलें कि मेट्रो के लिए हो रही पेड़ो की कटाई पर लोग विरोध कर रहे हैं, बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर, फिल्मकार ओनिर समेत कई बड़ी हस्तियां ट्विटर पर विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं, काटे जा रहे पेड़ों के वीडियो को ट्वीट कर रहे हैं। विरोध में लोग यह भी लिख रहे हैं कि आरे कॉलोनी को बर्बाद किया जा रहा है।

मतदान से पहले हो रहा मतभेद....

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान होना है, राज्य के नतीजे हरियाणा के साथ ही 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। दोनों राज्यों में सत्तारूढ़ भाजपा इस बार भी वर्तमान मुख्यमंत्रियों के साथ ही अपनी जीत को दोहराना चाहती है।

ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में बीजेपी 150, तो शिवसेना 124 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि 14 सीटें सहयोगी पार्टियों को दी गई हैं। चुनाव आते ही राजनैतिक घराने का माहौल बदला बदला नजर आता है, कहीं टकराव की स्थिती, कहीं दूसरी पार्टी को समर्थन, किसी को पार्टी का टिकट, कहीं पार्टी से बेदखल, कहीं रैलियां, कहीं कुछ और, लेकिन चुनाव से पहले ही शिवसेना और बीजेपी का आरे के मुद्दे पर मतभेद उभरकर सामने आ गया है।

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