नई दिल्ली: नोटबंदी को लेकर संसद के दोनों सदनों में मंगलवार 29 नवंबर को भी हंगामा हुआ। विपक्ष ने मांग की है कि पहले पीएम मोदी संसद में आए और सवालों के जवाब दें तभी सदन की कार्यवाही चलेगी। विपक्ष लगातार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। इसको लेकर राज्यसभा की कार्यवाही 30 नवंबर तक स्थगित कर दी गई है।
लोकसभा
11:00 बजे कार्यवाही शुरू हुई लेकिन हंगामे के चलते 11:30 तक स्थगित।
11:30 पर फिर कार्यवाही शुरू हुई लेकिन हंगामा होने से 12 बजे तक स्थगित हो गई।
12:00 कार्यवाहीं शुरू हुई लेकिन हंगामेे के चलते 2 बजे तक कार्यवाही स्थगित हो गई है।
2:00 बजे फिर कार्यवाही शुरू हई लेकिन हंगामें के चलते 2:30 तक के लिए स्थगित हो गई ।
राज्यसभा
11:00 बजे कार्यवाही शुरू हुई लेकिन हंगामे के चलते 12 बजे तक स्थगित हो गई।
12:00 बजे कार्यवाही शुरू हुई लेकिन मोदी विरोधी नारे लगने लगे और 2 बजे तक फिर कार्यवाही स्थगित हो गई ।
2:00 बजे फिर कार्यवाहीं शुरू हुई लेकिन विपक्ष हंगामा करता रहा और कार्यवाही 30 नवंबर 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है।
क्या हुआ था 28 नवंबर को
विपक्षी दलों ने नोटबंदी के विरोध में भारत बंद का एलान किया था। लेकिन इस पर विपक्ष एकजुट नहीं हो पाया बीएसपी सुप्रीमो ने साफ कर दिया कि उनकी पार्टी भारत बंद का समर्थन नहीं करती। वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी इसकी खिलाफत करते हुए पीएम मोदी के इस फैसले का समर्थन किया। कांग्रेस ने भी भारत बंद की जगह आक्रोश दिवस मनाया। विपक्ष के एकजुट न हो पाने के कारण 28 का प्रदर्शन कुछ खास असर नहीं छोड़ सका।
क्या हुआ था संसद में
-कांग्रेस से नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह पहली बार हुआ है जब इतना बड़ा निर्णय लेने के बाद कोई पीएम संसद में चर्चा करने नहीं आया ।
-बीजेपी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि नोटबंदी के खिलाफ नहीं कालेधन की नाकेबंदी के खिलाफ विपक्ष परेशान है।
-गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष अगर चाहता है तो सदन में पीएम आएंगे, लेकिन सदन की कार्यवाही चलनी चाहिए।
-यह स्पीकर तय करेंगी की किस -नियम के तहत चर्चा शुरू हो पाएगी।
-सदन के बाहर राहुल गांधी और उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया था।
-बिहार और यूपी में ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया गया था।
फोटो सौजन्य- राज्यसभा टीवी