Agnipath Scheme: 'अग्निवीर' पर मचे बवाल के बीच सूचना प्रसारण मंत्रालय ने जारी किया पोस्टर, सभी सवालों का दिया जवाब
Agnipath Scheme: सेना में नए भर्ती स्कीम से युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं, लिहाजा वह जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक पोस्टर जारी किया है।
Agnipath Scheme: तीनों सेनाओं (Indian Army) में युवाओं के नए अल्पकालिक भर्ती योजना –अग्निपथ पर इन दिनों घमासान छिड़ा हुआ है। कई राज्यों से भारी आगजनी और उपद्रव की खबरें सामने आई हैं। सेना में केंद्र सरकार (Central government) के इस नए भर्ती स्कीम से युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं, लिहाजा वह जमकर प्रदर्शन (protest) कर रहे हैं। बिहार से निकली विरोध प्रदर्शन की यह चिंगारी देश के अन्य राज्यों तक पहुंच चुकी है। हरियाणा के रोहतक में तो एक छात्र ने इस योजना के विरोध में आत्यहत्या कर ली। दरअसल इस योजना के आलोचकों और विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं का सवाल है कि 4 साल बाद अग्निवीर क्या करेंगे (What will Agniveer do after 4 years?) ?
इसके जवाब में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें ये बताने की कोशिश की गई है कि चार साल की सेवा से मुक्त होने के बाद जवान क्या करेंगे। मंत्रालय ने विभिन्न केंद्रीय संगठनों एवं राज्य सरकारों द्वारा अग्निवीर को लेकर की जा रही घोषणाओं को समाहित करते हुए 9 जवाब सोशल मीडिया के जरिए दिए हैं । -
1. चार साल के बाद Disciplined और Skilled जीवन के बाद 24 साल की उम्र का कोई व्यक्ति अन्य की तुलना में नौकरी पाने के लिए हमेशा एक बेहतर ऑप्शन होगा।
2. चार साल के बाद गृह मंत्रालय ने योग्य अग्निवीरों को CAPFs और असम रायफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने की बात कही है।
3. कितने लोगों के पास 21 से 24 साल के बीच 12 लाख की जमा पुंजी होती है ?
4. 4 में से एक को पक्की नौकरी, करियर में Absorption का चांस क्या कम है ?
5. 4 साल के बाद आप जैसे Disciplined और Skilled अग्निवीर को कई बड़ी कंपनियों ने अपने यहां नियुक्त करने का ऐलान किया है।
6. 4 साल में अग्निवीरों के लिए शुरू होगी स्नातक डिग्री कोर्स। देश और विदेश से मिलेगी मान्यता।
7. 21 से 24 साल की उम्र में 20 लाख की रकम जोड़ सकेंगे। चार साल में 7-8 लाख की सेविंग्स और 12 लाख केंद्र सरकार देगी।
8. आप में से कितने लोग 24 साल की उम्र में जीवन में सेटल हो जाते हैं ?
9. चार साल के बाद कई राज्य सरकार जैसे – यूपी, एमपी, हरियाणा, उत्तराखंड और असम ने अग्निवीरों को सेवा के बाद पुलिस और पुलिस के सहयोगी बलों में समायोजित करने में प्राथमिकता देने की बात कही है।
यूजीसी और इग्नू कराएंगे स्किल कोर्स
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) ने आगे बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के साथ मिलकर अग्निवीर के कौशल को मान्यता देने की बात कही है। इसके अलावा डिजिटल विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद अग्निवीर के पास उभरते क्षेत्रों में कोर्स करने के अवसर भी होंगे।
कुल मिलाकर देश की सड़कों पर अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलनरत युवा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के इस जवाब से कितना संतुष्ट होते हैं, ये आने वाले दिनों में पता चल जाएगा।