Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना को लेकर राजनाथ के घर पर हुई महत्वपूर्ण बैठक समाप्त, दो बजे बड़ा एलान संभव

Agnipath Scheme: इस से पूर्व भी कल ऐसी ही एक बैठक हो चुकी है। समझा जाता है कि यह बैठक अग्निपथ स्कीम का व्यापक विरोध को देखते हुए स्थिति की समीक्षा के लिए बुलाई गई है।

Newstrack :  Network
Update: 2022-06-19 06:30 GMT

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Social media)

Agnipath Scheme: अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) की अध्यक्षता में तीनों सेना अध्यक्षों की  सुबह सवा दस बजे शुरू हुई उच्चस्तरीय बैठक समाप्त हो चुकी है। इस से पूर्व भी कल ऐसी ही एक बैठक हो चुकी है। समझा जाता है कि यह बैठक अग्निपथ स्कीम का व्यापक विरोध को देखते हुए स्थिति की समीक्षा के लिए बुलाई गई है। बैठक राजनाथ सिंह के घर पर हुई। दिन में दो बजे तीनों सेना प्रमुखों की प्रेस कांफ्रेंस होगी। जिसमें योजना को लेकर किसी बड़े एलान की संभावना है। 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा आज दूसरे दिन आयोजित तीनों सेना प्रमुखों के साथ अहम बैठक के मद्देनज़र निश्चित तौर पर अग्निपथ योजना के क्रियान्वयन और सेना प्रमुखों की राय पर रक्षा मंत्री द्वारा विशेष ध्यान दिए जाने के आसार व्यक्त किए जा रहे हैं।

इसके अलावा रक्षा मंत्री द्वारा तीनों सेना प्रमुख से अग्निपथ योजना के विरोध में। जारी हिंसक प्रदर्शन और उन्हें अंजाम दे रहे आंदोलनकारियों को शांत करने के तरीकों पर चर्चा करने की उम्मीद जताई गई है। हालात की गंभीरता को इस बात से आंका जा सकता है कि बीते दो दिनों के भीतर रक्षा मंत्री द्वारा बुलाई गई यह दूसरी अहम बैठक है।

सुरक्षित भविष्य को लेकर सबसे बड़ा सवाल

अग्निपथ योजना रद्द करने की मांग कर रहे युवाओं के प्रदर्शन के मद्देनज़र उनका सरकार से सबसे बड़ा सवाल उनके सुरक्षित भविष्य को लेकर है। ऐसे में बीते दिन ही रक्षा मंत्रालय ने अग्निपथ योजना के तहत चयनित अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स में सैनिक भर्ती पर 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा आपको बता दें कि रकसह मंत्रालय ने अपने चार साल के कार्यकाल के पूरा होने पर अग्निवीरों को को सीएपीएफ के सभी सात अलग-अलग सुरक्षा बलों के तहत चयन प्राथमिकताएं देने की बात कही है, जिसमें असम राइफल्स, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड, और सशस्त्र सीमा बल शामिल है।

रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर आयोजित तीनों सेना प्रमुखों की बैठक बाद आज दोपहर 2 बजे तीनों सेना प्रमुखों की ओर से एक साझा प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन करने के साथ ही विरोध प्रदर्शन के चलते मौजूद हालात को भी संज्ञान में लिया जाएगा।

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