Ahmadiyya Muslim: 'मुस्लिम नहीं हैं अहमदिया समुदाय के लोग', वक्फ बोर्ड के इस आदेश पर केंद्र सरकार सख्त,..ये हक आपको नहीं

Ahmadiyya Muslim Community: इसी वर्ष फरवरी में अहमदिया समुदाय को आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड ने 'काफिर' करार दिया था। उन्हें गैर मुस्लिम होने का आदेश जारी किया गया था। जिसके खिलाफ मंत्रालय से शिकायत की गई है।

Update:2023-07-21 22:53 IST
अहमदिया समुदाय के लोग (Social Media)

Ahmadiyya Muslim Community: अहमदिया मुस्लिम समुदाय को गैर मुस्लिम (Ahmadiyya Community Non Muslim) करार दिए जाने के फतवे पर केंद्र की मोदी सरकार सख्त हो गई है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ने पूछा है कि 'वक़्फ बोर्ड (Waqf Board) कैसे किसी के धार्मिक अधिकार को छीन सकता है? मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश सरकार को चिट्ठी लिखकर साफ शब्दों में कहा है कि, 'किसी समुदाय को इस्लाम से बाहर करने का फतवा जारी करने का अधिकार वक्फ बोर्ड को नहीं है'।

क्या है मामला?

आपको बता दें, कि इसी साल फरवरी में अहमदिया मुस्लिम समुदाय को आंध्र प्रदेश वक्फ बोर्ड (Andhra Pradesh Waqf Board) ने जमैतुल उलेमा के फतवे का जिक्र करते हुए 'काफिर' करार दिया था। उनके खिलाफ गैर मुस्लिम होने का आदेश जारी किया। इसी के विरोध में 20 जुलाई को अहमदिया मुस्लिम समाज की ओर से अल्पसंख्यक मंत्रालय (Ministry of Minority Affairs) में शिकायत की गई थी।

अल्पसंख्यक मंत्रालय ने चीफ सेक्रेटरी को लिखा पत्र

केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के संयुक्त सचिव सीपीएस बख्शी (Charanpreet Singh Bakshi) ने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। बख्शी ने राज्य सरकार को हस्तक्षेप करने को कहा है। मंत्रालय ने कहा है कि, 'वक्फ को धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप से दूर रखें।' आपको बता दें कि, वक्फ बोर्ड ने अहमदिया मुस्लिम का धार्मिक अधिकार छीन लिया है। मस्जिद में नमाज अदा करने का अधिकार भी छीन लिया गया है। इसी संबंध में पीड़ित समुदाय ने केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय से गुहार लगाई थी।

कौन हैं अहमदिया मुसलमान?

अब सवाल उठता है अहमदिया मुसलमान हैं कौन? अहमदिया मुस्लिम समुदाय का वो पंथ है, जो मिर्जा गुलाम अहमद (Mirza Ghulam Ahmad) को मानता है। मिर्जा गुलाम अहमद ने 1889 में इस्लाम के भीतर ही एक 'पुनरुत्थान आंदोलन' के रूप में अहमदिया समुदाय की स्थापना की थी। मिर्जा गुलाम अहमद का जन्म ब्रिटिश-भारत के पंजाब प्रांत (Punjab Province) में 13
फरवरी 1835 को हुआ था।

200 से अधिक देशों में फैले हैं समुदाय के लोग

अहमदिया मुस्लिम समुदाय की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, इस समुदाय को मानने वाले लोग 200 से अधिक देशों में हैं। अहमदिया समुदाय के हिस्से पूरी दुनिया में 16,000 से अधिक मस्जिदें, 600 स्कूल और 30 अस्पताल हैं। इस समुदाय ने कुरान का 70 से अधिक भाषाओं में अनुवाद भी किया है। समुदाय में सबसे बड़ा स्थान 'खलीफा' का होता है। हजरत मौलवी नुरुद्दीन (Hazrat Maulvi Nuruddin) इस समुदाय के पहले खलीफा थे। अब तक संप्रदाय में 5 खलीफा हुए हैं। फिलहाल, मिर्जा मसरूर अहमद संप्रदाय के खलीफा हैं, जो लंदन में रहते हैं।

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