भारत-चीन में घमासान के बीच वायुसेना करने जा रही ये काम, शुरू की तैयारी

चीन बीते कई दिनों से सीमा पर हस्तक्षेप कर रहा है। इन हरकतों को देखते हुए भारत ने सीमा पर मुस्तैदी को और अधिक चौकन्ना कर दिया है।

Update:2020-05-25 15:19 IST

नई दिल्ली: चीन बीते कई दिनों से सीमा पर हस्तक्षेप कर रहा है। इन हरकतों को देखते हुए भारत ने सीमा पर मुस्तैदी को और अधिक चौकन्ना कर दिया है। ऐसे मेें लद्दाख में सीमा पर भारत-चीन सेना में चल रही नोंक-झोंक के चलते भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया 27 मई को एयरफोर्स की 18 स्क्वाड्रन 'फ्लाइंग बुलेट' का परिचालन शुरू करेंगे।

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एयरफोर्स स्क्वाड्रन 18 का गठन

भारतीय वायु सेना द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन कोयम्बटूर के पास सुलूर एयरफोर्स स्टेशन पर किया जाएगा। यह स्क्वाड्रन एलसीए तेजस विमान से युक्त होगी। तेजस को उड़ाने वाली भारतीय वायुसेना की यह दूसरी स्क्वाड्रन होगी।

आपको बता दें कि एयरफोर्स स्क्वाड्रन 18 का गठन 15 अप्रैल 1965 को आदर्श वाक्य 'तीव्र और निर्भय' के साथ किया गया था। यह स्क्वाड्रन 15 अप्रैल 2016 से पहले मिग 27 विमान उड़ा रही थी। एयरफोर्स स्क्वाड्रन को इस साल 1 अप्रैल को सुलूर में फिर से शुरू किया था।

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डिफेंडर्स ऑफ़ कश्मीर वैली ’

एयरफोर्स स्क्वाड्रन ने पाकिस्तान के साथ 1971 के युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लिया था और मरणोपरांत फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों को सर्वोच्च वीरता पुरस्कार 'परमवीर चक्र' से सम्मानित किया गया था। एयरफोर्स के इस स्क्वाड्रन ने श्रीनगर में डिफेंडर्स ऑफ़ कश्मीर वैली ’का पहला ग्राउंड बनाया और इसे संचालित किया।

तेजस एक स्वदेशी चौथी पीढ़ी का टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग लड़ाकू विमान है। यह फाइटर जेट फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम, एकीकृत डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमॉड रडार से लैस है। यह चौथी पीढ़ी के सुपरसोनिक लड़ाकू विमानों के अपने समूह में सबसे हल्का और सबसे छोटा विमान है।

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दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प

पिछले दिनों लद्दाख के साथ ही सिक्किम में भी सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की घटना सामने आई थी जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।

साथ ही ये भी माना जा रहा है कि वैश्विक कोरोना वायरस महामारी को लेकर चीन वैश्विक स्तर पर घिरा हुआ है। ऐसे में कूटनीतिक दबाव झेल रहा चीन दुनिया का ध्यान महामारी से हटा कर अब सीमा विवाद और युध्द की रणनीति की ओर शिफ्ट करना चाह रहा है।

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