विमान से कांपा पाकिस्तान: सीमा पर भारत ने मारी दहाड़, आसमान में गरजे हमारे योद्धा
भारत और फ्रांस के इस युद्धाभ्यास में कई बड़े-बड़े लड़ाकू विमान भाग ले रहे है। फ्रेंच एयर एंड स्पेस फोर्स डेजर्टकनाइट 21 में MRTT टैंकर, A-400M टैक्टिकल एयरक्राफ्ट और राफेल लड़ाकू विमानों के साथ भाग ले रही है।
नई दिल्ली: जोधपुर में 20 जनवरी से लेकर 24 जनवरी तक वायु सेना स्टेशन इंडो-फ्रेंच हवाई अभ्यास "डेजर्टकनाइट 21" (Excercise Desert Knight 21) चल रहा है। इस अभ्यास के दौरान राफेल विमानों ने भारत-पाक सीमा के पास जमकर गरजे। फाइटर जेट ने ना केवल गरजे बल्कि आसमान से डमी मिसाइलें भी दागे। जाहिर से बात है कि भारत-फ्रांस के इस युद्धाभ्यास से पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पसीने जरूर छूटे होगेें।
'एक्सरसाइज डेजर्ट नाइट 21'
बता दें कि राजस्थान के जोधपुर में पांच दिवसीय भारत और फ्रांस की वायुसेना का संयुक्त युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है, जिसका नाम 'एक्सरसाइज डेजर्ट नाइट 21' (Excercise Desert Knight 21) है। यह भारत और फ्रांस का यह युद्धाभ्यास 20 जनवरी से शुरू हो चुका है, जो 24 जनवरी तक चलेगी। इस युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय लड़ाकू विमान एक साथ गरजते नजर आए। लड़ाकू विमानों का यह युद्ध कौशल बेहद ही शानदार प्रदर्शित हो रहा है। वहीं रक्षा विशेषज्ञों ने लड़ाकू विमानों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राफेल और सुखोई-30 लड़ाकू विमान भारतीय आकाश की सुरक्षा के लिए सबसे खतरनाक फाइटर जेट्स है।
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युद्धाभ्यास में शामिल है ये लड़ाकू विमान
जानकारी के लिए बता दें कि भारत और फ्रांस के इस युद्धाभ्यास में कई बड़े-बड़े लड़ाकू विमान भाग ले रहे है। फ्रेंच एयर एंड स्पेस फोर्स डेजर्टकनाइट 21 में MRTT टैंकर, A-400M टैक्टिकल एयरक्राफ्ट और राफेल लड़ाकू विमानों के साथ भाग ले रही है। आईएएफ और फ्रांसीसी टीमों का पूरा पूरक जोधपुर में है, जो अंतर-क्षमता को बढ़ाने के लिए संयुक्त रूप से अभ्यास करने के लिए तैयार है। वहीं, भारत सेना की ओर से राफेल, सुखोई-30 और मिराज-2000 फाइटर जेट्स ने अपना जोरदार प्रदर्शन दिखाया।
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जोधपुर पहुंचे बिपिन रावत
बताते चलें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने आज एयरफ़ोर्सग्राफ़्ट जोधपुर का दौरा किया और मेजर जनरल लॉरेंट लेर्बेट के साथ फ्रांसीसी MRTT एसी पर उड़ान भरी। इस दौरान सीडीएस ने दोनों कंटेस्टेंट्स के साथ बातचीत की और टिप्पणी की कि वह इंडोफेंचरे को देखने के अवसर से उत्साहित थे। बताया जा रहा है कि इस युद्धाभ्यास के दौरान दोनों सेनाओं ने राफेल विमानों की क्षमताओं का प्रदर्शन किया। साथ ही विमान की खासियत के बारे में कुछ जानकारियां भी एक-दूसरे के साथ शेयर की।
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सात सालों का साथ
बताते चलें कि भारत और फ्रांस पिछले सात सालों से एक साथ मिलकर गरुड़ा़ वायुसैनिक युद्धाभ्यास कर रहे हैं। इस युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देश अपनी तालमेल बैठाने के लिए अपने-अपने हथियारों का प्रदर्शन करती हैं।
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