Manipur Violence: मणिपुर में फिर लूटा गया शस्त्रागार, एके47 और असाल्ट राइफलें लूटीं
Manipur Violence: बहुसंख्यक मैतेई समुदाय की एक भीड़ ने पुलिस शस्त्रागार में तोड़-फोड़ की और हथियार चुरा लिए, जिनमें एके और 'घातक' सीरीज़ की असॉल्ट राइफलें और विभिन्न कैलिबर की 19,000 से अधिक कारतूस शामिल हैं।
Manipur Violence: संकटग्रस्त मणिपुर में हथियार लूटे जाने की एक और बड़ी वारदात हुई है। ताजा घटना में बहुसंख्यक मैतेई समुदाय की एक भीड़ ने पुलिस शस्त्रागार में तोड़-फोड़ की और हथियार चुरा लिए, जिनमें एके और 'घातक' सीरीज़ की असॉल्ट राइफलें और विभिन्न कैलिबर की 19,000 से अधिक कारतूस शामिल हैं।
कहाँ हुई घटना
यह घटना मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के नारानसैना स्थित द्वितीय इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के बटालियन मुख्यालय में हुई। अधिकारियों ने बताया कि चुराचांदपुर की ओर मार्च करने के लिए एक भीड़ वहां जमा हुई थी, जहां आदिवासी तीन मई को राज्य में हुई जातीय झड़पों में मारे गए अपने लोगों को सामूहिक रूप से दफनाने की योजना बना रहे थे।
क्या क्या लुटा
शस्त्रागार से विभिन्न कैलिबर की 19,000 से अधिक राउंड गोलियां, एक एके सीरीज असॉल्ट राइफल, तीन 'घातक' राइफलें, 195 सेल्फ-लोडिंग राइफलें, पांच एमपी-5 बंदूकें, 16 9 मिमी पिस्तौल, 25 बुलेटप्रूफ जैकेट, 21 कार्बाइन, 124 हैंड ग्रेनेड समेत अन्य हथियार भीड़ ने लूट लिये। बताया जाता है कि भीड़ ने बिष्णुपुर जिले में मणिपुर सशस्त्र पुलिस की दूसरी बटालियन की किरेनफाबी पुलिस चौकी और थंगलावई पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और हथियार लूट लिए। मैतेई समुदाय की भीड़ ने राज्य की राजधानी इम्फाल में स्थित दो अन्य शस्त्रागारों को भी लूटने का प्रयास किया था लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने ये प्रयास विफल कर दिए।
ताज़ा तनाव
कुकी-जो आदिवासियों द्वारा 35 शवों के सामूहिक दफ़न कार्यक्रम से संघर्षग्रस्त राज्य में ताज़ा तनाव पैदा हो गया है और बहुसंख्यक समुदाय इस कदम का विरोध कर रहा है। ताज़ा झड़पों में 25 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। सभाओं पर प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए प्रस्तावित दफन स्थल की ओर जाने वाले जुलूसों को रोकने के लिए सेना और आरएएफ कर्मियों ने बिष्णुपुर जिले के कांगवई और फौगाकचाओ इलाकों में आंसू गैस के गोले छोड़े।
पुलिसकर्मी की हत्या
एक अन्य घटना में क्रुद्ध भीड़ ने इंफाल पश्चिम में एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी। बताया गया है कि इंफाल पश्चिम के सेनजम चिरांग में एक स्नाइपर द्वारा सिर में गोली मारने से पुलिस अधिकारी की मौत हो गई, जबकि फायरिंग में एक ग्रामीण स्वयंसेवक भी घायल हो गया। आधिकारिक बयान के अनुसार, सुरक्षा बलों और हमलावरों के बीच कौट्रुक, हरओथेल और सेनजम चिरांग इलाकों में गोलीबारी हुई, जिसमें एक सुरक्षाकर्मी सहित दो लोग घायल हो गए। भीषण गोलीबारी के कारण बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों के बीच की सीमा पर फौगाकचाओ इखाई में 500-600 लोगों की एक बड़ी भीड़ जमा हो गई थी।
पुलिस के बयान में कहा गया है कि पिछले 24 घंटों के दौरान, विभिन्न स्थानों पर गोलीबारी और अनियंत्रित भीड़ के इकट्ठा होने की छिटपुट घटनाओं के कारण राज्य में स्थिति अभी भी अस्थिर और तनावपूर्ण है। पुलिस के मुताबिक, मणिपुर के पहाड़ी और घाटी दोनों जिलों में कुल 129 चौकियां स्थापित की गईं हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में उल्लंघन के सिलसिले में लगभग 1,047 लोगों को हिरासत में लिया गया है। राज्य में 3 मई से मैतेई और आदिवासी समुदायों के बीच हिंसक झड़पें देखी जा रही हैं, हिंसा तब शुरू हुई थी जब मेतेई समुदाय की एसटी दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 'आदिवासी एकजुटता मार्च' आयोजित किया गया था।