जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए आतंकी के बीजेपी कनेक्शन की हो गहन जांच: अखिलेश यादव
Terrorist Arrest: जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में रविवार को ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए दो आतंकियों में से एक ताबिल हुसैन का भाजपा से कनेक्शन सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरते हुए जांच की मांग की है।
Terrorist Arrest J&K Akhilesh Yadav: जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में रविवार को ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए दो आतंकियों में से एक ताबिल हुसैन का भाजपा से कनेक्शन सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरते हुए जांच की मांग की है। सपा प्रमुख ने ट्वीट कर कहा है 'जम्मू कश्मीर में गांव वालों ने लश्कर के जिन दो आतंकवादियों को पकड़ा था उनमें से एक का संबंध लंबे समय तक भाजपा की आईटी सेल से होने की बात भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष ने स्वयं की है। उस आतंकवादी ने 2 महीने पहले ही भाजपा छोड़ी थी इस मामले की गहन गंभीर जांच हो'।
बीजेपी ने बताया सिर्फ 18 दिन था शामिल
सपा सुप्रीमो भले ही उस आतंकी के बीजेपी में लंबे समय तक जुड़े होने की बात कह रहे हों, लेकिन जम्मू-कश्मीर भाजपा की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि वह सिर्फ 18 दिनों तक पार्टी से जुड़ा रहा। 9 मई को उसने भाजपा ज्वाइन किया था और 27 को इस्तीफा दे दिया था। आतंकी ताबिल हुसैन भाजपा में पहले घुसपैठ किया उसके बाद अल्पसंख्यक मोर्चे का आईडी और सोशल मीडिया सेल प्रभारी भी बन गया था। अब उसके आतंकी का कनेक्शन सामने आने के बाद विपक्ष के निशाने पर बीजेपी आ गई है और वह उन पर जमकर निशाने साध रहे हैं। इस संबंध में अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर जांच की मांग कर दी है।
ग्रामीणों ने दो आतंकियों को दबोचा
गौरतलब है की रविवार को रियासी जिले के ग्रामीणों ने दो आतंकियों को पकड़ लिया था। उनके पास से दो एके सीरीज की राइफल 7 ग्रेनेड एक पिस्टल और भारी मात्रा में गोला-बारूद मिले थे. ग्रामीणों ने आतंकियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. पकड़े गए आतंकियों का नाम साबिर हुसैन और अमर डार. साबिर रजौरी का रहने वाला है तो अमर डार बारामुला का निवासी है. दोनों को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के तुकसान गांव से पकड़ा गया था. दोनों ही आतंकी लश्कर ए तय्यबा के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं।
ग्रामीणों को मिलेगा इनाम
आतंकियों के खौफ में जी रहे ग्रामीणों ने जिस दिलेरी के साथ इनको दबोचा है, अब उनका हौसला बढ़ाने के लिए राज्यपाल ने पुरस्कार की घोषणा की है. राज्यपाल 5 लाख का इनाम ग्रामीणों को देंगे. जबकि जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से डीजीपी ने 2 लाख इनाम देने की घोषणा की है।