Sambhal Violence: ये खुदाई देश की तहजीब खो देगी, संभल मामले में संसद में गरजे अखिलेश यादव
Sambhal Violence: आज संभल हिंसा का मामला सदन में उठाते हुए अखिलेश यादव जमकर सरकार पर हमला बोले।
Sambhal Violence: आज लोकसभा की करवाई के दौरान सदन में अखिलेश यादव ने संभल हिंसा का मामला उठाया। उन्होंने संभल हिंसा में पूरी गलती पुलिस और प्रशासन की बताई। उन्होंने यह भी कहा कि जो जो अधिकरी और पुलिसकर्मी इसमें मिला हुआ है उन्हें पद से निलंबित कर दिया जाए। जिससे कि भविष्य में ऐसी वारदात फिर से न हो। आज लोकसभा में शून्यकाल की शुरुआत में ही स्पीकर ओम बिड़ला ने अखिलेश यादव का नाम लिया अपनी बात रखने के लिए। जिसके बाद अखिलेश यादव ने भरे सदन में संभल हिंसा का मुद्दा उठाया। संभल हिंसा को लेकर अखिलेश यादव ने यही कहा कि वहां की हिंसा एक सोची समझी साजिश थी।
संभल में भाईचारे को गोली मारी गई
आज शून्यकाल के दौरान अखिलेश यादव संभल हिंसा पर बात करते हुए बोले कि संभल पहले भाईचारे के लिए जाना जाता था लेकिन संभल में भाईचारे को गोली मारी गई है। संभल में जो खुदाई की बात की जा रही है वो संभल का सैहार्द खो देगी। संभल मामले को अखिलेश यादव ने सोची समझी साजिश बताई है। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ये सरकार संविधान को नहीं मानती है। प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट है। आज अखिलेश यादव ने यूपी उपचुनाव का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पहले यूपी में 13 नवंबर को चुनाव होना था लेकिन मौजूदा सरकार ने उसे बदलकर 20 नवंबर को कराया।
मुस्लिम पक्ष को सुने बिना मस्जिद सर्वे का दिया गया आदेश
आज संभल में मस्जिद सर्वे की बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मस्जिद में 19 नवंबर को सर्वे का आदेश दे दिया गया। वो भी दूसरे पक्ष को सुने बिना। एकबार ढाई घंटे सर्वे के बाद जब ये हो गया कि अब रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगी, फिर दुबारा सर्वे की क्या जरूरत थी। अखिलेश यादव ने कहा कि वहां की पुलिस ने संभल के लोगों को मस्जिद में नमाज पढ़ने से रोका। लोगों ने दोबारा सर्वे की वजह जाननी चाही तो पुलिस प्रशासन ने बेकसूरों को गोली मारी। संभल में माहौल बिगाड़ने वालों और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। ये लखनऊ और दिल्ली की लड़ाई है।