Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थ यात्रियों का पहला जत्था रवाना, LG मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी
Amarnath Yatra: पवित्र अमरनाथ यात्रा आज शुक्रवार से शुरू हो गई है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ यात्रा के लिए पहले जत्थे को जम्मू के बेस कैंप से रवाना किया गया।
Amarnath Yatra: पवित्र अमरनाथ यात्रा आज शुक्रवार (30 जून) से शुरू हो गई है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमरनाथ यात्रा के लिए पहले जत्थे को जम्मू के बेस कैंप से रवाना किया गया। भगवती नगर बेस कैंप से पहले जत्थे को उपराज्यपाल और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष मनोज सिन्हा ने पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उपराज्यपाल ने सभी तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी। बता दें कि गुरुवार तक जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप में अमरनाथ यात्रा के लिए देश भर से 1600 से ज्यादा तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं।
उपराज्यपाल मनाज सिन्हा ने ट्वीट कर लिखा कि श्री अमरनाथ जी तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो पवित्र गुफा के लिए रवाना हुए। सभी भक्तों को सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से पूर्ण यात्रा की शुभकामनाएं। बाबा अमरनाथ से सभी के लिए शांति, समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की।
LG मनोज सिन्हा ने तीर्थयात्रियों को दी शुभकामनाएं
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Flagged off the first batch of Shri Amarnath Ji pilgrims, as they set off to the Holy Cave. Wishing all the devotees a safe and spiritually-fulfilling journey. Prayed to Baba Amarnath for peace, prosperity and happiness to all. pic.twitter.com/R6L6awLq4f
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) June 29, 2023
सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त
लगभग 62 दिनों तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा में गुरुवार तक 1600 से ज्यादा तीर्थ यात्री जम्मू पहुंच चुके हैं। तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, जम्मू कश्मीर पुलिस, बीएसएफ, भारतीय सेना के साथ विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू कश्मीर में तैनात किया गया है। जम्मू में ये पहला मौका है जब बम स्क्वाड, डॉग स्क्वाड के साथ ड्रोन यूनिट्स को तीर्थ यात्रा मार्ग पर तैनात किया गया है। आतंकी खतरे को देखते हुए जम्मू से लेकर कश्मीर और एलओसी पूरी तरह से अलर्ट पर हैं।
जानकारी के मुताबिक आज शुक्रवार शाम तक यात्रा के आधार शिविर बालटाल (गांदरबल) और पहलगाम के नुनवन (अनंतनाग) पहुंचने की उम्मीद है। शनिवार, एक जुलाई को दोनों आधार शिविरों से श्रद्धालुओं को पवित्र गुफा की तरफ रवाना किया जाएगा और यात्रा प्रारंभ हो जाएगी।