Amit Shah Mumbai Visit: मुंबई पहुंचे अमित शाह, लाल बाग के राजा के किए दर्शन; महराष्ट्र में है नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें !
Amit Shah Mumbai Visit: अमित शाह मुंबई विश्वविद्यालय में लक्ष्मणराव इनामदार की स्मृति में व्याख्यान देंगे। इनामदार आरएसएस के नेता थे। इस व्याख्यान का आयोजन ‘सहकार भारती’ की ओर से किया गया है, जिसकी स्थापना लक्ष्मणराव इनामदार ने ही की थी।
Amit Shah Mumbai Visit: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के दौर पर हैं। शाह ऐसे समय में मुंबई पहुंच रहे हैं, जब शिवसेना शिंदे गुट के विधायकों पर अयोग्यता की तलवार लटक रही है। सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर को विधायकों की अयोग्यता पर जल्द फैसला लेने को कहा है। इसके बाद से सत्तारूढ़ खेमे में सरगर्मी बढ़ी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक, अमित शाह मुंबई विश्वविद्यालय में लक्ष्मणराव इनामदार की स्मृति में व्याख्यान देंगे। इनामदार आरएसएस के नेता थे। इस व्याख्यान का आयोजन ‘सहकार भारती’ की ओर से किया गया है, जिसकी स्थापना लक्ष्मणराव इनामदार ने ही की थी। यह एक सहकारी संस्था है। इस कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस, सीएम एकनाथ शिंदे, दोनों डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस और अजित पवार भी शामिल होंगे।
महायुति में शामिल दलों के साथ हो सकती है बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने मुंबई दौरे के क्रम में महायुति में शामिल दलों के साथ अहम बैठक भी कर सकते हैं। महायुति में बीजेपी के अलावा शिवसेना (शिंदे गुटे) और एनसीपी (अजित पवार गुट ) शामिल है। दोनों ही गुट अपनी-अपनी मूल पार्टियों से लड़ाई लड़ रहे हैं। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट की ओर से की गई सख्त टिप्पणी के बाद से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें जोरों पर है।
कहा जा रहा है कि अगर विधानसभा स्पीकर के पास से कोई उल्टा फैसला आता है तो बीजेपी का प्लान-बी तैयार है, जिसे वह लागू कर सकती है। दरअसल, शीर्ष अदालत ने 18 सितंबर को शिवसेना शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता पर सुनवाई की थी। कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि आप इस मामले पर फैसला लंबे समय तक टाल नहीं सकते।
इस पर स्पीकर राहुल नार्वेकर ने पिछले दिनों कहा था कि मैं शिवसेना विधायकों की अयोग्यता पर फैसला लेने में देर नहीं करूंगा, मगर इस मामले में जल्दबाजी भी नहीं करूंगा। उन्होंने कहा - जल्दबाजी करना मिसकैरेज ऑफ जस्टिस हो सकता है। मैं जो भी फैसला लूंगा, संवैधानिक होगा।
एनसीपी में भी जारी है घमासान
उधर, राज्य की दूसरी बड़ी क्षेत्रीय सियासी पार्टी एनसीपी में भी घमासान मचा हुआ है। अजित पवार गुट ने विधानसभा अध्यक्ष को एक एप्लीकेशन देकर शरद पवार से जुड़े 10 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की है। स्पीकर का अभी तक इस पर कोई जबाव नहीं आया है।
यूपी के बाद महाराष्ट्र दूसरा बड़ा राज्य
उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र ऐसा राज्य है, जो सबसे अधिक सांसद दिल्ली भेजता है। 2019 में बीजेपी ने शिवसेना के साथ मिलकर शानदार प्रदर्शन करते हुए 48 में से 41 सीटों पर जीत हासिल की थी। अब शिवसेना के छिटकने से समीकरण बदल गया है। बीजेपी ने इसकी भरपाई करने के लिए शिवसेना और एनसीपी दोनों में सेंध लगाई, लेकिन फीडबैक अभी भी उत्साहजनक नहीं हैं। पार्टी के सामने 2019 के नतीजे को दोहराने की बड़ी चुनौती है। राज्य में अगले साल लोकसभा चुनाव और फिर चंद महीनों के बाद विधानसभा चुनाव भी हैं। इसलिए बीजेपी बेहद सधी हुई रणनीति के साथ राज्य में आगे बढ़ रही है। सियासी जानकारों का मानना है कि महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले दिनों में और उलटफेर देखने को मिल सकते हैं।