103 रुपये में कोरोना खत्म, ये दवा खाते ही संक्रमित मरीज होंगे स्वस्थ
पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस महामारी के संकट का सामना कर रही है। वहीं इस वायरस को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए दुनियाभर के तमाम देशों के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जुटे हुए हैं।
नई दिल्ली: पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना वायरस महामारी के संकट का सामना कर रही है। वहीं इस वायरस को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए दुनियाभर के तमाम देशों के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ जुटे हुए हैं। हालांकि अभी तक इस दिशा में कोई सफलता हासिल नहीं हुई है। लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल, अब ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मार्केट में कोरोना के खिलाफ दवा आ जाएगी। इस दवा के एक टैबलेट के लिए 103 रुपये देने होंगे।
एंटीवायरल दवा फेविपिरविर को किया गया लॉन्च
दरअसल, ड्रग फर्म ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिरविर को लॉन्च किया है। ड्रग फर्म ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग की परमिशन मिलने के बाद एंटीवायरल दवा को फैबिफ्लू (FabiFlu ) ब्रांड नाम से पेश किया है।
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कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुंबई की कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआइ) की तरफ से इस दवा के मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग की अनुमति दे दी गई है। कंपनी ने कहा कि यह कोविड-19 के इलाज के लिए पहली खाने वाली फेविपिरविर दवा है, जिसे मंजूरी मिली है।
एक टैबलेट का दाम होगा 103 रुपये
एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, इस दवा की एक टैबलेट के लिए आप 103 रुपये चुकाने होंगे। ये दवा केवल डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर ही लोगों की दी जा सकेगी। जानकारी के मुताबिक, इस दवा के 34 टैबलेट के एक पत्ते की कीमत साढ़े तीन हजार रुपये तय हुई है। यह 200 मिलीग्राम की टैबलेट होगी।
डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के दिया जाएगा मरीजों को खुराक
यह एंटीवायरल दवा कोरोना संक्रमित मरीज को डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के आधार पर दिन में दो बार 1800 मिलीग्राम (पहला डोज) दी जाएगी और उसके बाद हर दिन दो बार 800 मिलीग्राम की मात्रा में दी जाएगी। इस दवा को बनाने वाली कंपनी ग्लेनमार्क ने बताया कि यह दवा हॉस्पिटल्स और मेडिकल स्टोर्स पर उपलब्ध होगी।
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गेम चेंजर साबित हो सकती है यह दवा
इस पर मैक्स हेल्थकेयर के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ रोमेल टिकू ने कहा कि यह दवा कोरोना के इलाज में गेम चेंजर साबित हो सकती है। डॉ रोमेल टिकू ने कहा कि हमारे पास इसके बारे में अधिक डेटा तो नहीं है, लेकिन जितना मौजूद है, उसके आधार पर यह आशाजनक है। हमारे पास अगले दो महीनों के अंदर इस दवा के प्रभाव के बारे में सटीक जानकारी होगी। यह आसान और अपेक्षाकृत सस्ती है।
वायरल लक्षणों को तेजी से कम करती है दवा
यह दवा चार दिनों के अंदर ही वायरल लक्षणों को तेजी से कम करती है और शरीर में रेडियोलॉजिकल सुधार लाती है। इसे बनाने वाली कंपनी का कहना है कि फेवीपिरवीर से कोरोना वायरस मरीजों के मामलों में 88 फीसदी तक सुधार देखा गया है।
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