भाजपा ने एक साल में खो दिए अपने ये पांच बड़े नेता, जानें उनके बारे में

पिछले साल 16 अगस्त को पार्टी के शीर्षस्थ नेता एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी के निधन के बाद अनन्त कुमार, मनोहर पर्रिकर, सुषमा स्वराज और आज अरुण जेटली का निधन हो गया।

Update:2019-08-24 21:03 IST

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन के बाद भाजपा कार्यकर्ता इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आखिर क्या कारण है कि पार्टी में एक से एक दिग्गज नेताओं का निधन हो रहा है।

जिन नेताओं को लेकर भाजपा के सुंदर भविष्य की कल्पना की जा रही थी उन नेताओं के निधन से ऊपर से नीचे तक से भी पार्टी कार्यकर्ता दुखी है। भाजपा के लिए दुर्भाग्य इस बात का रहा कि यह सभी पार्टी नेता ब्राह्मण जाति के थे।

पिछले साल 16 अगस्त को पार्टी के शीर्षस्थ नेता एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी के निधन के बाद अनन्त कुमार, मनोहर पर्रिकर, सुषमा स्वराज और आज अरुण जेटली का निधन हो गया।

अटल बिहारी वाजपेयी

इसे भाजपा का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि अटल विहारी वाजपेयी ही ऐसे पार्टी नेता थे जिनकी उम्र 93 साल थी बाकी चार नेता अपनी उम्र पूरी करने के पहले ही दुनिया को अलविदा कह गए।

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अनन्त कुमार

पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनन्त कुमार 1996 से बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट से सांसद थे। मोदी सरकार में उन्हें रसायन और उर्वरक मंत्रालय और संसदीय मामलों का मंत्री पद मिला। कुछ समय से वे कैन्सर से पीड़ित थे। 12 नवम्बर 2018 को रात 2 बजे अचानक 59 साल की उम्र में निधन हो गया।

मनोहर पर्रिकर

इसी तरह गोवा के मुख्यमंत्री और केन्द्रीय रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर का भी 64 साल की उम्र में इस साल मार्च में निधन हो गया। वह भी कैंसर से ही पीड़ित थें।

ईमानदार छवि के मनोहर पर्रिकर लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे। कैंसर के लिए वह कुछ महीनों तक अमेरिका भी इलाज करवाकर आए थे। वह चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे थे और गोवा की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ थी।

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सुषमा स्वराज

भाजपा के दूसरी पीढ़ी की नेताओं में एक और बडा नाम सुषमा स्वराज का हुआ करता था। विदेश मंत्री एवं दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज का गत 6 अगस्त को निधन हो गया। वह 67 साल की थीं। वह भी कैंसर से पीडित थी और कई महीनों तक जीवन और मृत्यु से संघर्ष करने के बाद उनका निधन हो गया।

अरुण जेटली

इसके बाद आज पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का भी निधन हो गया। वह पिछले कई महीनो से कैंसर से पीड़ित थें। इसीलिए उन्होंने जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल का गठन किया तो उन्होंने पहले ही उन्हे बता दिया था कि मंत्रिमंडल में स्थान न दिया जाए। वह 15 दिन पहले ही एम्स में भर्ती हुए थे।

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