Badrinath Dham Mandir: बद्रीनाथ मंदिर की दीवार में आयी दरार, मुख्य पैदल मार्ग हुआ बंद
Badrinath Dham Mandir: हाल ही में बद्रीनाथ धाम मंदिर के परिसर में डरारे देखी जा रही है। बढ़ते यात्री और अधिक निर्माण दरारे पड़ने के मुख्य कारण हैं।
Badrinath Dham Mandir: बदरीनाथ धाम का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने और मकानों में दरार आने का सिलसिला जारी है।अब बद्रीनाथ धाम मंदिर में दरारे देखने को मिल रही ही जिसके चलते यात्रियों के मंदिर परिसर तक जाने का रास्ता बदल दिया गया है।
बदरीनाथ धाम मन्दिर में आयी दरारे
बदरीनाथ धाम मंदिर के परिसर में दरारें पड़ने की खबरें आ रही है। हाल ही में लगभग पूरे जोशीमठ शहर में दरारें पड़ती हुई दिखाई दे रही है। यह एक खतरे का संकेत है। बदरीनाथ जाने वाले सभी मार्गों को फ़िलहाल कुछ समय के लिए यात्रियों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। मंदिर में दरार आने के कारण बद्रीनाथ मंदिर धाम का रास्ता फ़िलहाल कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है। अब सभी श्रद्धालु कुबेर गली के रास्ते से होकर मंदिर परिसर की ओर दर्शन करने जा रहें हैं। बदरीनाथ धाम मंदिर जाने वाले पैदल रास्ते में लगभग 50 मीटर की दूरी पर हर जगह दरार दिखाई दे रही है।
सरकार ने जतायी चिंता
उत्तराखण्ड के पूरे चार धाम इलाके को देखकर सरकार चिंता जाता रही है। इसकी वजह बद्रीनाथ मंदिर धाम और जोशीमठ शहर में हू र भू धंसाव और मकानों में पड़ी दरारों को माना जा रहा है। इसके लिए सरकार ने बीते कुछ समय में विभिन्न वैज्ञानिको को काम पर लगाया है। साथ ही मुआवज़े की राशि पर भी कार्य किया जा चुका है। पूरे इलाके की जांच करने और यात्रियों के लिए दुबारा सही करने का सरकार और सभी वैज्ञानिक मिलकर कार्य कर रहे हैं। इस इलाके की पूरी तरह जांच करके उसे पुनः विकसित किया जा रहा है ।
बदरीनाथ धाम के पास रिवर फ्रंट पर चल रहा कार्य
बदरीनाथ धाम मंदिर की आसपास रिवर फ्रंट पर जेसीबी मशीनों द्वारा निर्माण कार्य जारी है। भारी जेसीबी मशीन से हो रहे निर्माण कार्य को भी दरारे आने का एक कारण बताया जा रहा है। पहाड़ी पर स्थित इस शहर को बड़ी मशीन और अधिक यात्रियों की छमता झेलने के हो रही समस्या। बीते वर्ष में आपदा आने के कारण यहाँ की धरती कमज़ोर पड़ चुकी है और आए दिन भूकंप की खबरें आती रहती हैं।