बैंक को झटका! अगर आपका भी है यहां खाता, झेलना पड़ेगा घाटा
मोदी सरकार ने पिछले शुक्रवार को बैकिंग सेक्टर को लेकर बड़ा फैसला लिया था। जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 भारतीय बैंकों के विलय का ऐलान कर दिया। केंद्र सरकार के विलय के इस फैसले से शेयर बाजार में निराशा का मौहाल छाया हुआ है।
नई दिल्ली : मोदी सरकार ने पिछले शुक्रवार को बैकिंग सेक्टर को लेकर बड़ा फैसला लिया था। जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 10 भारतीय बैंकों के विलय का ऐलान कर दिया। केंद्र सरकार के विलय के इस फैसले से शेयर बाजार में निराशा का मौहाल छाया हुआ है। जिसका परिणाम ये हुआ कि हफ्ते के पहले कारोबारी दिन शुरुआती घंटों में बैंकिंग सेक्टर से शेयर पस्त नजर आए। मंगलवाल को निफ्टी में बैंक इंडेक्स 1% से ज्यादा गिर गया। वहीं इसी के साथ सेंसेक्स में भी बैंकिंग इंडेक्स में 1% से अधिक की कमी दर्ज की गई।
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बैंको के इस विलय के ऐलान के बाद पहले दिन कामकाज के दौरान पंजाब नेशनल बैंक के शेयर 8% से ज्यादा गिर गया। इसी तरह से केनरा बैंक के शेयर भी 7% गिर गए हैं। वहीं बात करें अगर यूनियन बैंक की तो इसके 6% शेयर से ज्यादा की गिरावट देखी गई है।
इसके साथ ही इंडियन बैंक, ओरिएंटल बैंक, इलाहाबाद बैंक के शेयर में भी 3% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। मामूली बढ़त वाले शेयरों में आंध्रा बैंक और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं।
ये है शेयर बाजार का हाल
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन मंगलवार को बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। दोपहर 1 बजे सेंसेक्स की गिरावट 500 अंकों से अधिक की हो गई और यह 36 हजार 830 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
इसी तरह निफ्टी 150 अंक लुढ़क कर 10 हजार 850 के स्तर पर आ गया। वहीं रुपये में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। शुरुआती कारोबार में रुपया 56 पैसे कमजोरी के साथ 71.96 प्रति डॉलर पर खुला। कुछ देर बाद ही यह 72.03 के स्तर पर पहुंच गया।
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इन बैंकों का विलय
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने कुल 10 बैंकों के विलय का ऐलान किया है। जिसमें पहला विलय पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का होगा।
दूसरे विलय में केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक शामिल होगा।
तीसरे विलय में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक तीनों एक हो जाएंगे।
चौथा विलय इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का होगा।
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इस विलय के ऐलान के बाद अब देश में 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक रह जाएंगे। इससे पहले साल 2017 में पब्लिक सेक्टर के 27 बैंक थे।