Bengal Violence Update: पंचायत चुनाव नतीजों के बाद भी जारी खूनी खेल, पुलिस अधिकारी को मारी गोली, अब तक गिर चुकी 33 लाशें
Bengal Violence Update: हिंसा की आग से पुलिस भी अछूती नहीं है। एक एएसपी रैंक के अधिकारी को उपद्रवियों ने गोली मार दी। बंगाल में अब तक 33 लोग राजनीतिक हिंसा की भेंट चढ़ चुके हैं।
Bengal Violence Update: पश्चिम बंगाल के रक्तरंजित पंचायत चुनाव के नतीजे मंगलवार 11 जुलाई को ही आ चुके हैं। लेकिन राज्य में अभी भी हिंसा का दौर जारी है। साउथ 24 परगना जिला गोलीबारी और बमबाजी से दहल उठा है। चुनाव बाद भड़की इस हिंसा में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई है। हिंसा की आग से पुलिस भी अछूती नहीं है। एक एएसपी रैंक के अधिकारी को उपद्रवियों ने गोली मार दी। बंगाल में अब तक 33 लोग राजनीतिक हिंसा की भेंट चढ़ चुके हैं।
दोबार गिनती को लेकर हुआ बवाल
साउथ 24 परगना जिले में भड़की यह हिंसा दोबारा गिनती को लेकर हुई। जानकारी के मुताबिक, काउंटिंग के दौरान जिले के भंगोर स्थित एक बूथ पर आईएसएफ उम्मीदवार शुरू से आगे चल रहा था, उसकी जीत लगभग तय दिख रही थी। फिर आखिरी में अचानक उसे पराजित घोषित कर दिया, जिस पर वहां मौजूद उम्मीदवार के समर्थक भड़क गए।
उन्होंने दोबारा गिनती कराए जाने की मांग की। प्रशासन ने ऐसा करने से मना कर दिया, जिसे लेकर दोनों पक्षों में टकराव हो गया। इस दौरान जमकर गोलीबारी और बमबाजी हुई, जिसमें एक आईएसएफ के एक वर्कर की मौत हो गई। वहीं, एडिशनल एसपी के हाथ में गोली लग गई। एएसपी का इलाज जिले के अस्पताल में चल रहा है। रात से जारी हिंसा पर सुबह होते-होते काबू पा लिया गया है।
दरअसल, पूरे बंगाल में ऐसी कई सीटें हैं, जिसे लेकर आरोप है कि वहां पहले विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवार आगे थे। लेकिन आखिरी राउंड की गिनती आते-आते उन्हें जानबूझकर पीछे दिखाकर हरवा दिया गया और टीएमसी के उम्मीदवारों को जीताया गया। दक्षिण दिनाजपुर जिले में एक मतगणना केंद्र पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार धरने पर बैठ गए। उन्होंने चुनाव अधिकारी पर सत्तारूढ़ दल टीएमसी के एजेंट के रूप में काम करने का आरोप लगाया।
टीएमसी ने हासिल की प्रचंड जीत
पंचायत चुनाव में सत्ताधारी तृणमुल कांग्रेस ने विराट जीत दर्ज की है। भारी हिंसा के बावजूद टीएमसी अन्य पार्टियों से काफी आगे निकल गई । राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा मंगलवार रात साढ़े 11 बजे घोषित किए गए नतीजों के मुताबिक, तृणमुल कांग्रेस ने 30,391 सीटों पर जीत दर्ज की है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस जीत के लिए बंगाल की जनता को धन्यवाद कहा है। हालांकि, विपक्षी दलों ने ममता पर हिंसा और प्रशासनिक मशीनरी का दुरूपयोग कर चुनाव में जीत हासिल करने का आरोप लगाया है।
8 जुलाई को हुआ था मतदान
पश्चिम बंगाल की 73887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64874 पर 8 जुलाई को मतदान हुआ था। 9013 बचे हुए सीटों पर निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए थे। जिनमें सबसे अधिक 8,874 तृणमुल कांग्रेस के हैं। मतदान के दिन प्रदेश के अधिकांश जिलों में व्यापक हिंसा देखने को मिली थी। बुथ कैप्चरिंग से लेकर बैलेट बॉक्स लेकर भागने तक की घटनाएं सामने आई थीं। इन शिकायतों के बाद 10 जुलाई को 19 जिलों की 697 बूथों पर दोबारा मतदान कराए गए थे।