मौत का खूनी खेल: गला रेत डाला पत्नी-बेटियों का, फिर आग लगाकर ठोंका सिर

भोपाल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पति जोकि दो बेटियों का पिता भी है। श्रीराम दुबे जोकि प्राथमिक विद्यालय सहपुरा में नियुक्त है उनको अपनी पत्नी पर शक था, जिसके चलते पूरे परिवार को खत्म करने की कोशिश की। इसकी वजह से पूरे महकमें में हड़कंप सा मच गया।

Update: 2021-02-20 09:21 GMT
मौत का खूनी खेल: गला रेत डाला पत्नी-बेटियों का, फिर आग लगाकर ठोंका सिर

भोपाल: मध्यप्रदेश के भोपाल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पति जोकि दो बेटियों का पिता भी है। श्रीराम दुबे जोकि प्राथमिक विद्यालय सहपुरा में नियुक्त है उनको अपनी पत्नी पर शक था, जिसके चलते पूरे परिवार को खत्म करने की कोशिश की। इसकी वजह से पूरे महकमें में हड़कंप सा मच गया। पति ने शक की वजह से अपनी पत्नी समेत दोनों बेटियों को जान से मारने की कोशिश की।

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पति-पत्नी के बीच विवाद

पति ने चाकू से सबका गला रेतने की कोशिश की और फिर बाद में खुद ही मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। फिलहाल चारों लोगों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है और उनका इलाज किया जा रहा है। पर अभी चारों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

दरअसल अस्पताल कैंपस में रहने वाले श्रीराम दुबे सुबह साढ़े नौ बजे अपनी बड़ी बेटी आंचल को कोचिंग सेंटर छोड़कर आए। और जैसे ही श्रीराम दुबे घर पहुंचे, पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। जिसके चलते श्रीराम दुबे ने चाकू उठाया और 12 वर्षीय बेटी दीपल के गले पर उससे वार किया।

और इसके बाद अपनी पत्नी, जो जिला अस्पताल में नर्स के तौर पर काम करती हैं, उनके भी गाल और गले और पास में खड़ी सबसे छोटी बेटी पीहू (तीन साल) के पेट और गले पर चाकू से वार किया। और फिर इसके बाद श्रीराम दुबे ने मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया।

फोटो-सोशल मीडिया

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दरवाजे में ही सिर ठोकना शुरू कर दिया

जिसका शोर सुनकर आस-पड़ोस के लोग श्रीराम दुबे के घर पहुंचे, तो उन्होंने चादर वगैरह डालकर आग बुझाई, पर तब तक श्रीराम दुबे का शरीर 60 फीसदी तक जल चुका था। फिर पड़ोसियों ने श्रीराम दुबे को अस्पताल ले जाने की कोशिश की तो श्रीराम ने अस्पताल में अंदर जाने की बजाय दरवाजे में ही सिर ठोकना शुरू कर दिया।

और इसके बाद श्रीराम ने छत से कूदने का भी प्रयास किया। बताया जा रहा कि इससे पहले भी श्रीराम दुबे सुसाइड नोट लिख चुका था। उसमें लिखा था कि मेरे परिवार को खत्म करने के लिए रेखा बाथम, विनीता साहू, आकाश करोसिया और उसका परिवार और रेखा करोसिया जिम्मेदार बताया हैं।

इस वारदात के बारे में गंभीर रूप से झुलसे शिक्षक ने पुलिस को बताया कि मेरी पत्नी किसी और से छह-छह घंटे मोबाइल फोन पर बात करती थी। कभी घर से चली जाती थी। श्रीराम दुबे ने कहा कि मैंने काफी समझाया लेकिन वह नहीं मानी। इसलिए मुझे यह कदम उठाना पड़ा। श्रीराम दुबे ने कहा कि मुझे जिंदगी से कोई मोह नहीं बचा है। सब खत्म हो गया है।

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