Bihar News: तेजस्वी-IMA विवाद; उपमुख्यमंत्री बोले- अनुपस्थित रहने वाले डॉक्टर के बारे में भी बताएं..; रोहिणी बोलीं- लापरवाही बर्दाश्त नहीं
Bihar News: डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और IMA विवाद बढ़ता ही जा रहा है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज फिर एक बड़ा बयान दिया है
Bihar News: डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और IMA विवाद बढ़ता ही जा रहा है। IMA ने सुपरीडेंटेंड का निबंलन वापस लेने की चेतावनी दी थी। रविवार को तेजस्वी ने फिर से एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि IMA ने आज तक उन डॉक्टरों के बारे में क्यों नहीं कहा जो लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं। तेजस्वी IMA के अधिकारियों को स्पष्ट मैसेज दिया कि जिन्हें जहां जाना है जाएं, उनका अधिकार है लेकिन गलत करने वालों का साथ न दें। इससे पहले तेजस्वी यादव स्वास्थ्य विभाग की बैठक में कह चुके हैं कि 'आई एम अलर्जिक टू करप्शन'। मैं किसी भी कीमत पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं करूंगा।
सियासी गलियारे में यह मामला तूल पकड़ने लगा तो तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्या इसमें ताबड़तोड़ ट्वीट करनें लगीं। उन्होंने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 'बीजेपी के अमंगल पांडेय का कुछ ऐसा था फंडा। स्वास्थ्य विभाग को बना रखा था लूट का अड्डा।' इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि 'ऐसे निकम्मा, संवेदनहीन के हाथों में स्वास्थ्य व्यवस्था की कमान थी...तड़प-तड़प कर इलाज के अभाव में जनता की जा रही जान थी। अब ये जनता की सरकार है। बीजेपी का राज नहीं है। अब किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं है।
इसके बाद बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि लालू प्रसाद की सरकार में एक सरकारी अस्पताल में हर माह औसतन 39 मरीज जाते थे पर एनडीए की सरकार में एक अस्पताल में पांच हजार से ज्यादा मरीज हर माह आने लगे। लेकिन नई सरकार में लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। सस्ती लोकप्रियता के लिए तेजस्वी यादव रातों में निरीक्षण कर रहे हैं और डॉक्टर को निलंबित कर रहे हैं।
बता दें कि शनिवार को डिप्टी सीएम नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने NMCH का निरीक्षण किया था। मरीजों की शिकायत और अस्पताल का निरीक्षण के बाद उन्होंने कार्य में लापरवाही, अपने कर्तव्यों का सही से निर्वहन नहीं करने, प्रशासनिक अक्षमता और विभागीय निदेशों की अवेहलना करने के कारण मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. विनोद कुमार सिंह को निलंबित किया गया है। कार्रवाई के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) सामने आ गया। आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि 'सरकार के इस निर्णय से डॉक्टरों में भारी आक्रोश है। सरकार अपनी कमियों को छुपाने के लिए डॉक्टरों को प्रताड़ित कर रही है। खुद कटघरे में होने के बावजूद डॉक्टरों पर कार्रवाई करती है। यह हमें स्वीकार्य नहीं।' इसलिए जल़्द से जल्द निलंबन का आदेश वापस ले लिया जाए।