दिमागी बुखार से निपटने के लिए बिहार ने मांगी यूपी से मदद
मस्तिष्क ज्वर से हो रही बच्चों की मौतों से घिरी बिहार की नीतिश सरकार ने यूपी से इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए मदद मांगी है, जिस पर यूपी सरकार ने मदद के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: मस्तिष्क ज्वर से हो रही बच्चों की मौतों से घिरी बिहार की नीतिश सरकार ने यूपी से इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए मदद मांगी है, जिस पर यूपी सरकार ने मदद के लिए अपनी मंजूरी दे दी है। यूपी के स्वास्थ्य विभाग के संक्रामक रोग नियंत्रण विभाग के चिकित्सकों का एक दल जल्द ही बिहार जायेगा और इस खतरनाक बीमारी की रोकथाम करेगा।
यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने उन्हे फोन करके बिहार की मदद करने को कहा हैं । इसी क्रम में शुक्रवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने फोन पर उनसे इस घातक बीमारी की रोकथाम के लिए मदद करने का अनुरोध किया है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि हमारे कुछ विशेषज्ञ जल्द ही बिहार जायेंगे और मदद करेंगे।
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उल्लेखनीय है कि यूपी के पूर्वाचंल में भी इस बीमारी से सालों से बच्चों की मौतों का एक बड़ा आकंडा सामने आता था लेकिन बीते साल से इस पर काफी नियंत्रण पाया जा चुका है। वर्ष 2017 में एईएस से 655 मौते हुई थी जो 2018 में घटकर 248 हो गयी। इसी तरह जेई से वर्ष 2017 में 93 मौते हुई थी जो वर्ष 2018 में 30 पर पहुंच गयी । इस साल 12 जून तक यूपी में एईएस से 14 और जेई से एक मौत हुई है।
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गौरतलब है कि बिहार में मस्तिष्क ज्वर (चमकी बुखार) सहित अन्य अज्ञात बीमारी से अब तक 54 बच्चों की मौत हो गयी है जबकि इसकी चपेट में आने वाले बच्चों की संख्या 203 तक पहुंच गयी है। इस बीमारी से बच्चों की मौतो को लेकर बिहार में हाहाकार मचा हुआ है। हालात इस हद तक बिगड़ गये है कि पीडित परिजनों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के आवास का घेराव कर प्रदर्शन और नारेबाजी की ।