जनरल बिपिन रावत ने संभाला देश के पहले CDS का पदभार, कही ये बड़ी बात

जनरल बिपिन रावत ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पदभार ग्रहण कर लिया है। इससे पहले सेना ने आज रक्षा मंत्रालय (साउथ ब्लॉक) में उनको गार्ड ऑफ आनर दिया। उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

Update: 2020-01-01 05:14 GMT
फ़ाइल फोटो

नई दिल्ली: जनरल बिपिन रावत ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पदभार ग्रहण कर लिया है। इससे पहले सेना ने आज रक्षा मंत्रालय (साउथ ब्लॉक) में उनको गार्ड ऑफ आनर दिया। उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम तीनों सेनाओं को एकजुट करने का प्रयास करेंगे। तीनों सेनाएं एक टीम की तरह काम करेंगे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को दिए गए कार्य के अनुसार हमें एकीकरण को बढ़ाकर बेहतर संसाधन प्रबंधन करना होगा।

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जनरल रावत ने कही ये बड़ी बात

पदभार संभालने के बाद बिपिन रावत ने मीडिया से बात की और उनकी नियुक्ति पर उठ रहे सवालों का जवाब भी दिया। राजनीतिक बयानबाजी को लेकर बिपिन रावत ने कहा कि सेना इससे दूर ही रहती है।

बुधवार को बिपिन रावत ने कहा कि CDS का काम तीनों सेनाओं को एकजुट बनाना, हम इसी ओर आगे बढ़ेंगे। अब आगे की कार्रवाई टीम वर्क की जरिए होगी, CDS सिर्फ सहयोग करेगा, 1+1+1 के जोड़ को 3 नहीं, 5 या 7 बनाएंगे. जो भी संसाधन हैं, उसपर काम करते हुए आगे बढ़ेंगे।

उन्होंने कहा कि हमारा पूरा फोकस तीनों सेनाओं को एक साथ करना होगा। इससे अलग जो काम हमें मिलेगा, हम उसपर आगे बढ़ेंगे। अगर सरकार ने तीन साल का कार्यकाल दिया है, तो कुछ सोच समझकर ही दिया होगा।

बिपिन रावत से जब पूछा गया कि विपक्ष कहता है कि सेना को राजनीति से दूर रहना चाहिए, इसपर उन्होंने जवाब दिया कि हम राजनीति से दूर ही रहते हैं।

नौशेरा में जो दो जवान शहीद हुए हैं, उनपर किसी तरह की टिप्पणी करने से बिपिन रावत ने इनकार किया और कहा कि अभी वह इसपर कोई जवाब नहीं दे सकते हैं।

पीओके को लेकर पर जब बिपिन रावत से सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि इस तरह के प्लान पब्लिक में नहीं बताए जाते हैं। साइबर फोर्स को लेकर लगातार काम जारी है, अब आए हैं तो और भी तेजी से काम किया जाएगा।

CDS पूरी तरह से न्यूट्रल होकर काम करेगा, किसी एक सेना की ओर उसका झुकाव नहीं होगा। हम तीनों सेनाओं में समन्वय बैठाने के लिए किसी वेस्टर्न कल्चर नहीं बल्कि हम अपना नया कल्चर बनाएंगे।

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कैसी होगी सीडीएस की वर्दी

सीडीएस की नई वर्दी तैयार हो गई है। वर्दी का रंग पहले ही तरह ऑलिव ग्रीन होगा लेकिन उसमें बैच और अन्य चीजें पूरी तरह से अलग होंगी। एडिशनल डायरेक्टरेट जनरल ऑफ पब्लिक इनफॉरमेशन (एडीजीपीआई) ने मंगलवार को वर्दी पर लगने वाले बैच और दूसरी चीजों की तस्वीर जारी की।

वर्दी पर लगने वाला बटन सुनहरे रंग का होगा जिसपर एक प्रतीक चिन्ह लगा होगा। इसके अलावा पीक कैप, कंधे पर लगने वाला बैच, बेल्ट का बकल और कार पर लगने वाले झंडे की तस्वीर जारी कर दी। कंधे पर लगने वाले बैच पर सुनहरे रंग में अशोक स्तंभ के साथ एक स्टार और एक प्रतीक चिन्ह होगा। सरकार ने रक्षा मंत्रालय में सैन्य मामलों का अलग विभाग भी बनाया है।

कैसा होगा सीडीएस का पद

सीडीएस एक ‘चार सितारा’ जनरल की हैसियत से आर्मी, नेवी और वायु सेना के साझा मुखिया होगा। हालांकि तीनों अंगों के अलग प्रमुख होंगे और उनका दर्जा भी चार सितारा ही होगा।

सीडीएस के रूप में जनरल रावत सरकार के सैन्य सलाहकार होंगे और उसे महत्वपूर्ण रक्षा और रणनीतिक सलाह देंगे। तीनों सेनाओं के लिए दीर्घकालीन रक्षा योजनाओं, रक्षा खरीद, प्रशिक्षण और परिवहन के लिए प्रभावी समन्वयक का कार्य करेंगे।

खतरों और भविष्य में युद्ध की आशंकाओं के मद्देनजर तीनों सेनाओं में आपसी सामंजस्य और मजबूत नेटवर्क बनाने का जिम्मा सीडीएस के कंधों पर होगा। सेनाओं के संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए योजना बनाएंगे।

साथ ही सेवा से जुड़ी अहम प्रक्रियाओं को आसान और व्यवस्थित बनाने में भूमिका निभाएंगे। सीडीएस के रूप में जनरल रावत के सामने तीनों सेनाओं की साझी सोच विकसित करने की चुनौती होगी।

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