किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों के विरोध में इस बड़े नेता ने NDA से तोड़ा नाता

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से अपील करते हुए कहा कि सरकार से बात करें। इन कानूनों में उन्हें जो ऐतराज है, उसपर बात करें।

Update: 2020-12-26 12:58 GMT
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा के अंदर किसानों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने जगह-जगह प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।

नई दिल्ली: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी(आरएलपी) के संयोजक और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल किसानों के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का विरोध करते हुए एनडीए से नाता तोड़ दिया है।

उन्होंने कहा है कि भाजपा को अब अपना जवाब देना होगा। हमारे साथ राजस्थान से लगभग 2 लाख किसान दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं।

बता दें कि केंद्र में भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक बेनीवाल ने अपनी एक सभा में पहले ही दावा किया था कि वह 2 लाख से अधिक किसानों को लेकर दिल्ली कूच करेंगे।

किसान आन्दोलन (फोटो: सोशल मीडिया)

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हरियाणा के सीएम ने की किसानों से अपील

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा के अंदर किसानों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने जगह-जगह प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। कई स्थानों पर तोड़फोड़ किये जाने की भी खबरें आई हैं।

यहां तक कि बीते दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसानों ने काले झंडे भी दिखाए थे और डिप्टी सीएम का हेलीपैड तक खोद डाला था। हरियाणा सरकार किसानों को किसी भी तरह से समझाने की कोशिश में जुटी हुई है।

आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से अपील करते हुए कहा कि सरकार से बात करें। इन कानूनों में उन्हें जो ऐतराज है, उसपर बात करें। सरकार मानने के लिए तैयार है, सरकार ने कई प्रावधानों को बदलने के लिए कहा भी है।

सरकार और किसानों के बीच अगली बैठक 29 दिसंबर को

वहीं स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव का कहना है कि हम संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से सभी संगठनों से बातचीत कर ये प्रस्ताव रख रहे हैं कि किसानों के प्रतिनिधियों और भारत सरकार के बीच अगली बैठक 29 दिसंबर 2020 को सुबह 11 बजे आयोजित की जाए।"

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राजस्थान में जगह-जगह प्रदर्शन

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे विरोध प्रदर्शन में राजस्थान शिक्षक संघ शामिल हुआ। संगठन के एक प्रतिनिधि ने बताया, "हमारे संगठन ने सरकार के खिलाफ राजस्थान में जगह-जगह प्रदर्शन किए हैं। इन कानूनों का प्रभाव पूरे मध्यम वर्ग पर पड़ेगा।

किसान आन्दोलन (फोटो: सोशल मीडिया)

दिल्ली के बुराड़ी में किसान अभी भी अपनी मांगों पर अड़े

दिल्ली के बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। भारतीय किसान यूनियन के बिंदर सिंह गोलेवाला ने कहा, "हमें यहां आज पूरा एक महीना हो गया है।सरकार इन कानूनों को रद्द कर दे और हम वापस चले जाएंगे।

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