छात्र हिंसा को लेकर आमने सामने आए बीजेपी और कांग्रेस, एक दूसरे को ठहराया जिम्मेदार
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि रामजस के शिक्षकों और छात्रों पर इन्हीं दक्षिणपंथियों ने हमला किया था। मनीष तिवारी ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, बल्कि जब से बीजेपी की सरकार सत्ता में आयी है, देश भर में इसी तर्ज पर हिंसा हो रही है।
नई दिल्ली: रामजस कॉलेज छात्रों के विवाद में अब बीजेपी और कांग्रेस खुल कर कूद पड़े हैं। कांग्रेस ने हिंसा के लिये मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, तो दूसरी तरफ बीजेपी ने इस हिंसा को अलगाववाद से जोड़ कर कांग्रेस और वाम दलों पर हमले किये हैं। इन दलों में रामजस कॉलेज में एबीवीपी और आइसा के छात्रों में हुए टकराव के बाद जबानी जंग शुरू हो गी है।
भिड़े बीजेपी-कांग्रेस
-कैंपस में हिंसा पर कांग्रेस ने कहा है कि संघ परिवार से जुड़े संगठन लोकतंत्र पर हमला कर रहे हैं, और इसे मोदी सरकार का समर्थन हासिल है।
-कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि रामजस के शिक्षकों और छात्रों पर इन्हीं दक्षिणपंथियों ने हमला किया था।
-मनीष तिवारी ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, बल्कि जब से बीजेपी की सरकार सत्ता में आयी है, देश भर में इसी तर्ज पर हिंसा हो रही है।
-दूसरी तरफ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि वामपंथी और अलगाव वादी एक जैसी भाषा बोल रहे हैं।
-उन्होंने कहा कि रामजस की हिंसा के लिये विनाश का गठजोड़ जिम्मेदार है।
-इसके जवाब में कांग्रेस नेता पी चदंबरम ने ट्वीट किया कि जब जेटली खुद डूसू अध्यक्ष थे, तो क्या विनाश के गठजोड़ को वह लीड कर रहे थे।
-केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने भी सवाल किया कि क्या अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब कश्मीर की आजादी के नारे लगाना है।