Rajasthan Elections 2023: सदन में विवादित टिप्पणी करने वाले बिधूड़ी देंगे सचिन पायलट को टक्कर, मिली बड़ी जिम्मेदारी

Rajasthan Elections 2023: टोंक जिला को सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है। राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां पूरी मजबूती के साथ चुनावी तैयारियों में जुटी हुई हैं।

Written By :  Jugul Kishor
Update:2023-09-28 12:05 IST

 Rajasthan Assembly Elections 2023 (Social Media)

Rajasthan Elections 2023: संसद के विशेष सत्र के दौरान बसपा सांसद दानिश अली पर विवादित टिप्पणी कर चर्चा में आए बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी को भाजपा ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। चुनावी दहलीज पर खड़े राजस्थान में बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को टोंक जिला प्रभारी नियुक्त किया है। वहीं, टोंक जिले की जो सबसे बड़ी बात है वह यह है कि टोंक से ही कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता सचिन पायलट विधायक हैं। वहीं, कयास लगाए जा रहे हैं कि सचिन पायलट टोंक जिले से फिर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि पायलट को लेकर अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस बीच बीजेपी ने अपने सांसद रमेश बिधूड़ी को टोंक जिले की जिम्मेदारी सौंप दी है।

सचिन पायलट का गढ़ है टोंक जिला

बता दें कि टोंक जिला को सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है। राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां पूरी मजबूती के साथ चुनावी तैयारियों में जुटी हुई हैं। रमेश बिधूड़ी दिल्ली से बीजेपी सांसद है। टोंक जिले को लेकर हाल में सचिन पायलट ने कहा था कि टोंक पर सभी की नजरे टिकी हुई हैं। लेकिन उन्हे विश्वास है कि जनता इस बार पिछली बार से ज्यादा वोट देकर अपने ही पुराने रिकार्ड तोड़ देगी। एक बात तो तय हो गई है कि बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को टोंक कि जिम्मेदारी सौंपकर सचिन पायलट की चिंता बढ़ा दी है।

Full View

गुर्जर बाहुल्य है टोंक जिला

टोंक जिला की खास बात ये है कि यहां पर गुर्जर बड़ी संख्या में रहते हैं। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी राज्य में गुर्जरों को अपने पक्ष में करने की कवायद में जुट गई है। ऐसा माना जा रहा  है कि सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाने से गुर्जरों में खासा नाराजगी है। इसीलिए भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को हाथ से जाने देना नहीं चाहती है। रमेश बिधूड़ी भी गुर्जर जाति से आते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी ने बिधूड़ी को टोंक जिले का प्रभारी बनाकर गुर्जरों के वोट साधने की बड़ी चाल चल दी है।

टोंक विधानसभा का सियासी समीकरण

टोंक विधानसभा में कांग्रेस गुजरे 41 सालों से कांग्रेस प्रत्याशी उतारती आ रही थी, लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने काफी सोच विचार के बाद यहां से सचिन पायलट को उतार दिया था। 2018 के विधानसभा चुनाव में सचिन पायलट ने टोंक से धमाकेदार जीत हासिल की थी। पायलट ने पूर्व मंत्री युनूस खान के 54,179 के वोटों से हराया था। बता दें कि सचिन पायलट ने 2004 में दौसा और 2009 में अजमेर से सांसद चुने गए थे। 2014 में भाजपा के सांवरलाल जाट से हार गए थे।   

Tags:    

Similar News