किसान आंदोलन में इस देश का हस्तक्षेप, भारत ने दिया झटका, बड़ी बैठक की रद्द

भारत ने कनाडा के साथ होने वाली इस बैठक को स्थगित करने के लिए कहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत की तरफ से यह कदम कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो(Justin Trudeau) द्वारा किसान आंदोलन(Farmer's Protest) को लेकर किए कमेंट के मद्देनजर उठाया गया है।

Update: 2020-12-15 13:04 GMT
भारतीय विदेश मंत्रालय में सचिव (ईस्ट) रीवा गांगुली दास (Riva Ganguly Das) और उनके कनाडाई समकक्ष के बीच यह बैठक 15 दिसंबर को होने वाली थी।

नई दिल्ली। कनाडा से भारत ने दोनोें देशों के बीच शीर्ष राजनयिकों की बैठक पर आदेश दिया है। भारत ने इस बैठक को स्थगित करने के लिए कहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत की तरफ से यह कदम कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो(Justin Trudeau) द्वारा किसान आंदोलन(Farmer's Protest) को लेकर किए कमेंट के मद्देनजर उठाया गया है।

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बैठक 15 दिसंबर को

सूत्रों से सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय विदेश मंत्रालय में सचिव (ईस्ट) रीवा गांगुली दास (Riva Ganguly Das) और उनके कनाडाई समकक्ष के बीच यह बैठक 15 दिसंबर को होने वाली थी।

अब नई दिल्ली ने कनाडा से कहा है कि यह तारीख असुविधाजनक है। इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) बीते हफ्ते कनाडाई विदेश मंत्री द्वारा कोविड-19 को लेकर ऑर्गेनाइज की गई बैठक में भी नहीं शामिल हुए थे। उसी के कारण यही बताया गया था।

ऐसे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था, 'अगर मैं किसानों द्वारा प्रदर्शन के बारे में भारत से आ रही खबरों पर ध्यान देना शुरू नहीं करता तो बेपरवाह होता है।

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स्थिति चिंताजनक है

आगे कहते हैं- स्थिति चिंताजनक है... शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए कनाडा हमेशा खड़ा रहेगा। हमने अपनी चिंताओं को रेखांकित करने के लिए कई जरियों से भारतीय अथॉरिटीज से संपर्क किया है।'

हालाकिं भारत ऐसी टिप्पणियों को गैरजरूरी करार दे चुका है। लेकिन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था कि हमने कुछ कनाडा के नेताओं के भारत के किसानों के बारे में कमेंट सुने हैं। फिलहाल ऐसे बयान गैर जरूरी हैं, वो भी तब जब किसी लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मुद्दों से जुड़े हो।

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