Cattle Smuggling Case: ममता बनर्जी के करीबी अनुब्रत मंडल की मुश्किलें बढ़ीं, ईडी ने बेटी को भी पूछताछ के लिए बुलाया
Cattle Smuggling Case: अनुब्रत मंडल को इससे पहले 8 मार्च को कोर्ट ने 10 तारीख तक के लिए जांच एजेंसी की हिरासत में भेजा था।;
anubrata mondal daughter (photo: social media )
Cattle Smuggling Case: पश्चिम बंगाल पशु तस्करी मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय ने जांच तेज कर दी है। इस मामले में गिरफ्तार टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें 11 दिन के लिए ईडी की रिमांड पर भेज दिया है। मंडल को इससे पहले 8 मार्च को कोर्ट ने 10 तारीख तक के लिए जांच एजेंसी की हिरासत में भेजा था।
पशु तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल के साथ-साथ उसकी बेटी सुकन्या मंडल भी जांच एजेंसी के रडार पर है। प्रवर्तन निदेशालय ने सुकन्या को पूछताछ के लिए समन जारी किया है। जानकारी के मुताबिक, अगले हफ्ते ईडी उनके पूछताछ करेगी। अनुब्रत मंडल सत्तारूढ़ टीएमसी के बीरभूम जिलाध्यक्ष हैं। उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बेहद करीबी माना जाता है।
तिहाड़ जेल में बेटी के सामने हो सकती है पूछताछ
ईडी ने अगले हफ्ते पूछताछ के लिए अनुब्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल समेत 12 लोगों को पूछताछ के लिए समन भेजा है। जिसमें अनुब्रत मंडल का पर्सनल अकाउटेंट मनीष कोठारी और सिक्योरिटी गार्ड सहगल हुसैन भी शामिल है। ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी से बारी-बारी तिहाड़ जेल में अनुब्रत मंडल के सामने पूछताछ हो सकती है।
कोलकाता से दिल्ली लाया गया था अनुब्रत मंडल
पिछली सुनवाई में ईडी ने अदालत से अनुब्रत मंडल की ट्रांजिट रिमांड की मांग की थी। जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। जिसके बाद मंगलवार को मंडल को कोलकाता से दिल्ली लाया गया और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हेल्थ चेकअप कराकर कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने 14 दिनों की रिमांड मांगी थी। हालांकि, कोर्ट ने 11 दिन यानी 21 मार्च तक की रिमांड जांच एजेंसी को दी।
पशु तस्करी का क्या है मामला ?
दरअसल, पश्चिम बंगाल स्थित भारत-बांग्लादेश सीमा पर पशु तस्करों का आतंक है। बीएसएफ की तैनाती के बावजूद भारत से उस पार मवेशी तस्करी किए जाते हैं। साल 2020 में सीबीआई ने बीएसएफ के एक पूर्व कमांडर को इस मामले में गिरफ्तार किया था। उससे पूछताछ के दौरान टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल का जिक्र किया। जांच एजेंसी ने इस मामले में अनुब्रत को गिरफ्तार भी किया था।
पशु तस्करी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की भनक लगने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। ईडी ने मंडल के खाते में जमा करोड़ों रूपये की पड़ताल शुरू कर दी। जांच एजेंसी यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या मंडल ने यह रकम पशु तस्करी के जरिए कमाए हैं।
बता दें कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच जमकर नोंकझोंक हो चुकी है। टीएमसी ने इसे केंद्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग बताकर पार्टी के नेताओं को परेशान करने और ममता बनर्जी की छवि खराब करने का आरोप लगाया था।