भूंकप के जोरदार झटके से फिर हिला उत्तराखंड, घरों से बाहर निकले लोग

उत्तराखंड के चमोली में अलसुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.2 मापी गई है। इसकी गहराई दस किलोमीटर रही। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार चमोली जिले में रविवार तड़के करीब 4 बजकर 26 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। फिलहाल कहीं से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।

Update: 2019-12-08 07:47 GMT

चमोली : उत्तराखंड के चमोली में अलसुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.2 मापी गई है। इसकी गहराई दस किलोमीटर रही। राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार चमोली जिले में रविवार तड़के करीब 4 बजकर 26 मिनट पर भूकंप का झटका महसूस किया गया। फिलहाल कहीं से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।

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झटके महसूस होते ही हड़बड़ाए लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप का केंद्र चमोली था, जो दस किलोमीटर की गहराई में था। एक माह में तीसरी बार प्रदेश में भूंकप आया है। गौरतलब है कि 24 नवंबर को चमोली में, 6 दिसंबर को नाचनी में और19 नवंबर को कुमाऊं के पिथौरागढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

भूकंप का केंद्र

इससे पहले सितंबर में भी आधी रात के बाद करीब दो बजकर 22 मिनट पर जिले के लोगों ने भूकंफ के झटके महसूस किए थे और सभी घरों से बाहर की ओर निकल पड़े। रात में आए इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.6 आंकी गई था। वहीं, भूकंप का केंद्र भी चमोली ही था। 12 सितंबर को भूकंप के झटके महशूस हुए थे। सूबे में अक्‍सर उत्‍तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में भूकंप का झटके आते रहते हैं।

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जिला आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार पिथौरा। में भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने में 4.3 मैग्नीट्यूट थी। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर और केंद्र भारत से लगे नेपाल का रौतसेला क्षेत्र बताया जा रहा है। जिला प्रशासन के अनुसार भूकंप से किसी तरह के नुकसान हुआ था। इधर, आपदा प्रभावित क्षेत्र तल्ला जोहार में लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। बरासत से ही चमोली जिले के लोग भूस्खलन और आपदा से बेहाल हैं। इस बार बारिश ने रौद्र रूप धारण किया और जिले में कई स्थानों पर कहर बरपा। वहीं, संपर्क मार्ग भी ध्वस्त हो गए थे। बारिश कम हुई तो अब लोग भूकंप से फिर दहशत में आ गए है। कभी बादल फटना तो तभी बारिश और अब भूकंप ने उत्तराखंड को बेहार कर दिया है।

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