Chandrayaan 3: कौन हैं यूपी का नाम रोशन करने वाली लखनऊ की रितु, जिनके कंधों पर चंद्रयान 3 को चांद पर सुरक्षित उतारने की जिम्मेदारी
Chandrayaan 3: 'रॉकेट वुमन' रितु करिधल का जन्म लखनऊ के राजाजीपुरम में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई सेंट एग्नेस पब्लिक स्कूल और नवयुग कन्या विद्यालय से की।
Chandrayaan 3: लखनऊ और खासकर राजाजीपुरम, सेंट एग्नेस स्कूल, नवयुग कालेज, महिला विद्यालय और लखनऊ यूनिवर्सिटी के लिए आज का दिन बहुत खास और गौरवपूर्ण है। और हो भी क्यों नहीं, भारत के शानदार "चंद्रयान 3" को चांद पर सुरक्षित उतारने की जिम्मेदारी जिसके कंधों पर दी गई है, वह कोई और नहीं बल्कि लखनऊ की 'रॉकेट वुमन' रितु कारिधाल हैं। यही नहीं, यूपी के फतेहपुर के खागा के भी सुमित कुमार इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यानी यूपी के लिए डबल खुशी की बात है।
शान ए अवध हैं रितु
'रॉकेट वुमन' रितु करिधल का जन्म लखनऊ के राजाजीपुरम में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई सेंट एग्नेस पब्लिक स्कूल और नवयुग कन्या विद्यालय से की। इसके बाद रितु ने महिला विद्यालय डिग्री कॉलेज, अमीनाबाद से बीएससी और लखनऊ विश्वविद्यालय से फिजिक्स में एमएससी फिजिक्स में ही पीएचडी की। इसके बाद रितु एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमटेक करने के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बंगलोर चली गईं।
सन 97 से हैं इसरो के साथ
रितु ने 1997 में इसरो को ज्वाइन किया और उनकी पहली पोस्टिंग इसरो के यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में हुई थी। रितु ने मंगलयान-1 में डिप्टी ऑपरेशंस डायरेक्टर और चंद्रयान-2 में मिशन डायरेक्टर के रूप में काम किया है। अब उन्हें चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की जिम्मेदारी दी गई है।
रितु को यंग साइंटिस्ट अवार्ड, इसरो टीम अवार्ड, एएसआई टीम अवार्ड, सोसाइटी ऑफ इंडिया एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रीज का एयरोस्पेस वुमन अवार्ड आदि भी मिल चुके हैं।
चंद्रयान-3 मिशन के परियोजना निदेशक पी वीरमुथुवेल हैं। इसके अलावा चंद्रयान-2 मिशन की प्रोजेक्ट डायरेक्टर रहीं एम वनिता को इस मिशन में डिप्टी डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी गई है, जो पेलोड और डेटा मैनेजमेंट संभाल रही हैं।
खागा के लिए भी खास दिन
लखनऊ के अलावा फतेहपुर में खागा के लोगों के लिए भी चंद्रयान-3 बेहद खास है। क्योंकि खागा के सुमित कुमार भी चंद्रयान-3 में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
एस्ट्रोनॉमर सुमित कुमार चंद्रयान 3 के लैंडर, रोवर कैमरों की तकनीकी और डिजाइन टीम का अहम हिस्सा हैं। चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर से जुड़े पांच कैमरे चंद्रमा की तस्वीरें लेंगे। पेलोड में लगे कैमरे लैंडिंग के दौरान चंद्रमा की सतह की तस्वीरें लेंगे।