Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में हार के बाद कांग्रेस में घमासान,भूपेश बघेल और सिंहदेव निशाने पर, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शैलजा को हटाने की मांग
Chhattisgarh News: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले पूर्व कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शैलजा और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को इस हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी में घमासान छिड़ गया है। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि कांग्रेस के कुछ नेताओं की वजह से ही पार्टी को इतनी बुरी हार का सामना करना पड़ा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी माने जाने वाले पूर्व कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शैलजा और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को इस हार के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
दूसरी ओर पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव को लेकर उनकी ओर से कराया गया सर्वे पूरी तरह फर्जी था। उन्होंने कहा कि चुनाव अभियान के दौरान पार्टी में एकजुटता नहीं दिखी। सरकार को पिछले चुनाव में प्रचंड जनादेश मिला था मगर सरकार जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम नहीं कर पाई।
अपने ही नेताओं के कारण हारी कांग्रेस
बघेल के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने कहा कि कांग्रेस को अपने ही नेताओं के कारण हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी और उन्होंने अपने ही नेताओं के खिलाफ काम करना शुरू कर दिया। पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव खुलकर कहा करते थे कि कांग्रेस सरकार ने जनता के साथ किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं।
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना था कि हमने जनता के साथ किए गए सारे वादे पूरे कर दिए हैं जबकि सिंहदेव ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि हमने 36 में से सिर्फ 12 वादे पूरे किए हैं। उन्होंने एक तरह से हाईकमान को चुनौती दे डाली। अगर उस समय उनके खिलाफ कार्रवाई की गई होती तो कांग्रेस को इतना खामियाजा न भुगतना पड़ता।
प्रदेश प्रभारी शैलजा को हटाने की मांग
कांग्रेस नेता ने प्रदेश प्रभारी शैलजा पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वे केवल फोटो शूट कराने के लिए छत्तीसगढ़ आया करती थीं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस संगठन के हित में कोई काम नहीं किया और वे सिर्फ सिंहदेव को हीरो की तरह प्रमोट करने में जुटी रहीं। उन्होंने राज्य में कांग्रेस की जीत के लिए कोई रणनीति नहीं बनाई और भाजपा को लाभ पहुंचाने का काम किया है। अमित शाह के साथ मिलकर पार्टी के कुछ नेता कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचते रहे।
उन्होंने कहा कि मैं इन सब बातों की जानकारी देने के लिए दिल्ली जाऊंगा और हाईकमान को सच्चाई से अवगत कराऊंगा। उन्होंने पार्टी की प्रदेश प्रभारी शैलजा को पद से हटाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी जरूरी है ताकि लोकसभा चुनाव में नुकसान न उठाना पड़े।
पूर्व मंत्री ने बघेल पर साधा निशान
दूसरी और पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने भूपेश बघेल का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विधायकों की परफॉर्मेंस का सर्वे सरकार का मुखिया करता है। सरकार के मुखिया की ओर से कराया गया सर्वे पूरी तरह फर्जी था और सच्चाई तो यह है कि सरकार पिछले जनादेश की कद्र नहीं कर पाई। राज्य के कई मंत्रियों के हाथ में कोई पावर ही नहीं था और कुछ मंत्रियों को साथ लेकर पांच साल तक सरकार चलाई गई। विभिन्न जिलों में मंत्रियों के असर को कम करने की कोशिश की गई।
जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम नहीं
उन्होंने कहा कि सरकार के मुखिया का पूरा ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों पर था और शहरों की पूरी तरह अनदेखी गई। सरकार को पिछले चुनाव के दौरान प्रचंड जनादेश मिला था मगर सरकार जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप काम करने में विफल साबित हुई।
पूरे चुनाव अभियान के दौरान कांग्रेस नेताओं में एकजुटता का पूरी तरह अभाव दिखा। कुछ लोगों ने पूरा चुनाव अभियान अपने हाथ में ले रखा था और उन्हें जमीनी सच्चाई की कोई जानकारी नहीं थी।Chhattisgarh News