UNO में बुलंद हुआ भारतीय परचम, दो SSB महिलाओं का इस खास मिशन में चयन

प्रियदर्शिनी निहारिका सिन्हा जो कि सहायक कमांडेंट 28वीं वाहिनी अंतागढ़ कांकेर में पदस्थ है और आरक्षी सामान्य महिला टिकेश्वर साहू, क्षेत्रीय मुख्यालय भिलाई इनका चयन संयुक्त राष्ट्र संगठन के कांगो स्थिरीकरण मिशन के लिए हुआ है।

Update: 2020-09-12 15:37 GMT
प्रियदर्शिनी निहारिका सिन्हा जो कि सहायक कमांडेंट 28वीं वाहिनी अंतागढ़ कांकेर में पदस्थ है और आरक्षी सामान्य महिला टिकेश्वर साहू, क्षेत्रीय मुख्यालय भिलाई इनका चयन संयुक्त राष्ट्र संगठन के कांगो स्थिरीकरण मिशन के लिए हुआ है।

भिलाई: भारत का छत्तीसगढ़ के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। जहां से आज संयुक्त राष्ट्र संगठन के लिए दो महिला कर्मियों का चयन हुआ है। सशस्त्र सीमा बल के क्षेत्र मुख्यालय भिलाई और इसके अंतर्गत आने वाली 28वीं वाहिनी से दो महिला कर्मी का चयन हुआ है। प्रियदर्शिनी निहारिका सिन्हा जो कि सहायक कमांडेंट 28वीं वाहिनी अंतागढ़ कांकेर में पदस्थ है और आरक्षी सामान्य महिला टिकेश्वर साहू, क्षेत्रीय मुख्यालय भिलाई इनका चयन संयुक्त राष्ट्र संगठन के कांगो स्थिरीकरण मिशन के लिए हुआ है।

सुश्री प्रियदर्शिनी निहारिका सिन्हा सहायक कमांडेट, पुत्री श्री महेश सिन्हा सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक छत्तीसगढ़ पुलिस, निवासी दुर्ग छत्तीसगढ़ है। हाई स्कूल की पढ़ाई सेंट जेवियर स्कूल दुर्ग से सीएसआईटी दुर्ग से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में स्नातक किया है वर्ष 2014 में वे सशस्त्र सीमा बलए में सहायक कमांडेंटए के पद पर नियुक्त हुईए और वर्तमान में कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के अंतर्गत रावघाट रेल परियोजना में कार्यरत हैं।

यह पढ़ें...सीमा पर गोलाबारी शुरू: अब तक 24 भारतीयों की मौत, आर्मी डटकर कर रही सामना

 

 

आरक्षी सामान्य महिला टिकेश्वर साहू पुत्री अशोक कुमार साहूए ग्राम गोलकुम्हङ, चारामा जिला कांकेर छत्तीसगढ़, की निवासी है। उनकी शिक्षा कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला गोलकुंडा चारामा तथा स्नातक बीए बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव स्नातकोत्तर महा विद्यालय धमतरी से हुई है।

डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में संयुक्त राष्ट्र संगठन का स्थिरीकरण मिशन (MONUSCO )भी कहा जाता है। कांगो में संयुक्त राष्ट्र संघ की शांति सेना बहाल है जो कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा दूसरे कांगो युध्द के पश्चात् शांति की प्रक्रिया की निगरानी हेतु वहां पदस्थ की गई थी।

 

यह पढ़ें...सचिन पायलट ने फिर फोड़ा लेटर बम, आरक्षण के मुद्दे से बढ़ाई गहलोत की मुसीबत

 

युध्द और दंगों से बुरी तरह प्रभावित हुई स्थानीय महिलाओं और बच्चों की मदद के लिए महिला शांति सेना के बल की तैनाती की गई हैं। भारतीय (एफईटी) फीमेल इंगेजमेंट टीम वहां पर गश्त व अन्य माध्यमों से स्थानीय लोगों तथा महिलाओं का विश्वास प्राप्त करेंगे और नागरिक कार्यक्रम आयोजित करवाएंगे।

Tags:    

Similar News