Mumbai Terror Attack: 26/11 हमले में शामिल पाक आतंकी को फिर बचाने आया चीन, UN में ब्लैक लिस्ट होने से रोका

Mumbai Terror Attack : अमेरिका की ओर से लाए गए प्रस्ताव पर चीन ने अड़ंगा लगाकर मीर को बचा लिया। साजिद मीर भारत के सबसे अधिक मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक है।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2022-09-17 08:30 GMT

लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर

Mumbai Terror Attack : चीन न केवल पाकिस्तान का सदाबहार दोस्त है बल्कि उसकी जमीन में पनपने वाले भारत विरोधी आतंकवादियों का भी हमदर्द है। संयुक्त राष्ट्र में चीन का आतंकी प्रेम कई मौकों पर सामने आ चुका है। पिछले दिनों ड्रैगन यूएन में कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर के बचाव में खुलकर सामने आ गया। अमेरिका मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए यूएन में एक प्रस्ताव लेकर आया था, जिसका भारत ने भी समर्थन किया था।

इस प्रस्ताव के तहत साजिद मीर को यूएन सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के अंतर्गत वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाना था और उसे काली सूची में डाला जाना था। अमेरिका की ओर से लाए गए इस प्रस्ताव पर चीन ने अड़ंगा लगाकर मीर को बचा लिया। साजिद मीर भारत के सबसे अधिक मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक है। वह साल 2008 में मुंबई आतंकी हमले (26/11 हमला) का मुख्य साजिशकर्ता भी है।

अमेरिका ने घोषित कर रखा है लाखों डॉलर का इनाम

भारत की तरह अमेरिका को भी साजिद मीर की वर्षों से तलाश है। अमेरिकी एजेंसी एफबीआई मीर को विदेशी सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सार्वजनिक स्थानों पर बमबारी करने और विदेशी जमीं पर अमेरिकी नागरिक की हत्या करने के आरोप में मोस्ट वांटेड आतंकी घोषित कर चुकी है। एफबीआई ने साजिद मीर की सूचना देने वाले के लिए 50 लाख डॉलर का इनाम रखा है। बता दें कि मुंबई आतंकी हमले में मारे गए कुछ 166 लोगों में से 6 अमेरिकी नागरिक थे।

पाकिस्तान ने हमेशा दुनिया को बरगलाया

दुनियाभर में आतंकवादियों की शरणस्थली के रूप में कुख्यात हो चुका पाकिस्तान आतंकी साजिद मीर को लेकर लगातार झूठ बोलता रहा। यहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने तो मीर के मौत का दावा तक कर दिया था। साल 2018 से एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसलिए वो ग्रे लिस्ट से निकलने के लिए काफी समय से छटपटा रहा है। यही वजह है कि मीर को मृत घोषित करने वाले पाकिस्तान ने जून में उसकी गिरफ्तारी की बात मीडिया में फैलाई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैंकड़ों निर्दोष  लोगों को मौत के घाट उतारने वाला आतंकी साजिद मीर काफी समय से पाकिस्तान में बिना किसी परेशानी के रह रहा है।

चीन का आतंकवादियों को लेकर दोहरा रवैया

अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिम समुदाय पर आतंकवाद के नाम पर कहर ढ़ाने वाला चीन भारत विरोधी पाकिस्तानी आतंकियों के लिए यूएन में हमेशा से एक शील्ड के रूप में काम किया है। संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के मुद्दे पर उसका दोहरा रवैया कई बार दुनिया के सामने आ चुका है। मुंबई हमले में शामिल आतंकी साजिद मीर से पहले जैश ए- मोहम्मद के आतंकी अब्दुल रहमान मक्की, अब्दुल अजहर और इस संगठन के प्रमुख मसूद अजहर को चीन यूएन में बचा चुका है। 

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