पीएम मोदी को कम पढ़ा-लिखा बताकर घिरे सीएम केजरीवाल, भाजपा नेताओं ने बताया घटिया मानसिकता
AAP vs BJP: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कम पढ़ा-लिखा बताए जाने पर विवाद पैदा हो गया है। केजरीवाल ने मंगलवार को भोपाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि देश के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा होना चाहिए।
P: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कम पढ़ा-लिखा बताए जाने पर विवाद पैदा हो गया है। केजरीवाल ने मंगलवार को भोपाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि देश के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा होना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री के पढ़ा-लिखा न होने पर लोग गलत सलाह देने में कामयाब हो जाते हैं।
अब केजरीवाल के इस बयान पर भाजपा नेताओं की ओर से तीखी प्रतिक्रिया जताई गई है। भाजपा नेताओं ने कहा कि जिसका लोहा पूरी दुनिया मान रही है और जिसे पूरी दुनिया में प्रशंसा हासिल हो रही है, उसके संबंध में इस तरह की टिप्पणी करना केजरीवाल की घटिया मानसिकता को दर्शाता है। भाजपा नेताओं ने कहा कि पीएम मोदी की विश्वव्यापी लोकप्रियता से घबराकर केजरीवाल ऐसी घटिया टिप्पणी करने में जुटे हुए हैं।
भोपाल में केजरीवाल ने क्या कहा
केजरीवाल ने मंगलवार को भोपाल में प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि जिस दिन प्रधानमंत्री ने मनीष सिसोदिया को जेल भेजा था,उस दिन मुझे लगा कि देश का प्रधानमंत्री पढ़ा लिखा होना चाहिए। अगर प्रधानमंत्री पढ़े लिखे होते तो उन्हें निश्चित रूप से शिक्षा का महत्व पता होता। प्रधानमंत्री के कम पढ़ा-लिखा होने पर कोई भी आकर उन्हें बेवकूफ बनाने में कामयाब हो जाएगा। कोई आकर बोलेगा- नोटबंदी कर दो। इससे भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा। प्रधानमंत्री के कम पढ़ा-लिखा होने के कारण उन्होंने नोटबंदी कर दी मगर न तो भ्रष्टाचार खत्म हुआ और न आतंकवाद।
केजरीवाल यहीं पर नहीं रुके। प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कम पढ़ा-लिखा होने पर कोई आकर सलाह देगा के प्रधानमंत्री जी, सबसे थाली बजवाओ। इससे जो तरंगे निकलेंगी, उससे कोरोना भाग जाएगा। प्रधानमंत्री ने पूरे देश से चम्मच और थाली बजवा दी। इसीलिए मेरा मानना है कि देश के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा होना चाहिए।
राजनीति में इतना नीचे न गिरें केजरीवाल
केजरीवाल की ओर से भोपाल में दिए गए इस भाषण पर भाजपा नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। भाजपा नेता डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अकेले ऐसे नेता हैं जिनके एक आह्वान पर पूरा देश एकजुट हो जाता है। केजरीवाल की सबसे बड़ी परेशानी यही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को राजनीति के चक्कर में इतना ज्यादा नहीं गिरना चाहिए कि उन्हें कोविड काल में अपनी चिंता छोड़ कर कर्तव्य पथ पर चलने वाले योद्धाओं का ख्याल ही न रहे।
भाजपा नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल को यह याद रखना चाहिए कि आसमान में थूका हुआ अपने मुंह पर ही आकर गिरता है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्तित्व का लोहा पूरी दुनिया मान रही है, उसके संबंध में इस तरह की टिप्पणी करना केजरीवाल की घटिया मानसिकता के सिवा कुछ नहीं है। केजरीवाल की ओर से की गई इस तरह की टिप्पणी बेहद शर्मनाक है।
विश्वास नहीं होता कि केजरीवाल आईआईटी पास
दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष सुनील यादव ने भी केजरीवाल की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को यह पता होना चाहिए कि थाली बजाना कोरोना भगाने के लिए नहीं बल्कि कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए था। जब दिल्ली ऑक्सीजन के लिए तरस रही थी तब केजरीवाल होटलों में बैठकर शराब की विनाशकारी नीति बनाने में जुटे हुए थे।
दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अपने ट्वीट में कहा यह विश्वास ही नहीं होता कि केजरीवाल आईआईटी पास हैं।
थाली बजाने का कदम कोरोना योद्धाओं के सम्मान के लिए उठाया गया था कोरोना भगाने के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व के कारण ही देश इस महामारी के दौर से बाहर निकलने में कामयाब हो पता है। भाजपा के एक अन्य नेता हर्षदीप मेहरोत्रा ने कहा कि दिल्ली को जन द्रोही सीएम और शिक्षा मंत्री नहीं चाहिए। हमें कोरोना भगाने वाला प्रधानमंत्री चाहिए।