Tamil Nadu: तेलंगाना में पीएम मोदी ने उठाया था तमिलनाडु के मंदिरों का मुद्दा, अब सीएम स्टालिन ने किया पलटवार

Tamil Nadu: मुख्यमंत्री स्टालिन ने अब जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम कह रहे हैं कि डीएमके तमिलनाडु के मंदिरों को नियंत्रित कर रही है और मंदिर की संपत्ति का दुरूपयोग कर रही है। मैं पीएम के बयान की निंदा करता हूं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-10-07 12:24 IST

पीएम मोदी- सीएम स्टालिन   (photo: social media )

Tamil Nadu: तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। दरअसल, पीएम मोदी ने पिछले दिनों तेलंगाना की रैली में तमिलनाडु के मंदिरों पर राज्य सरकार के कब्जे का मुद्दा उठाते हुए सत्तारूढ़ डीएमके पर हमला बोला था। जिसके मुख्यमंत्री स्टालिन ने अब जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पीएम कह रहे हैं कि डीएमके तमिलनाडु के मंदिरों को नियंत्रित कर रही है और मंदिर की संपत्ति का दुरूपयोग कर रही है। मैं पीएम के बयान की निंदा करता हूं।

तमिलनाडु सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह झूठ रचने की क्या जरूरत है कि डीएमके के सत्ता में आने के बाद उसने मंदिरों पर नियंत्रण कर लिया है ? वो इस तरह से किसके लिए बोल रहे हैं ? वो किसकी आवाज बनकर बात कर रहे हैं ? प्रधानमंत्री तमिलनाडु को भूल नहीं पा रहे हैं। चाहे मध्य प्रदेश, अंडमान हो या तेलंगाना, वो हर जगह तमिलनाडु के बारे में बोलते हैं।

स्टालिन ने मंदिरों के लिए गए कामों को गिनाया

मुख्यमंत्री स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी के हमले का जवाब देते हुए उनकी सरकार द्वारा राज्य में मंदिरों की देखरेख के लिए कराए गए कामों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि बीते दो सालों में 3500 करोड़ रूपये की मंदिर भूमि अतिक्रमण मुक्त कराई गई। हमने एक हजार मंदिरों के लिए कुंभ उत्सव का आयोजन किया है। 112 प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए 100 करोड़ रूपये आवंटित किए हैं। दलित-आदिवासी बहुल क्षेत्रों में 5078 मंदिरों के लिए तिरूपानी का आयोजन किया जाएगा। क्या यह सब काम गलत है ?

पीएम मोदी ने क्या लगाए थे आरोप ?

पीएम नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर को तेलंगाना के निजामाबाद में रैली को संबोधित करते हुए तमिलनाडु में गठबंधन सरकार की अगुवाई कर रही डीएमके पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर मंदिरों की संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि मंदिरों को तो वहां लूटा जा रहा है, और कब्जा किया जा रहा है। लेकिन अल्पसंख्यक वर्ग के पूजा स्थलों को हाथ नहीं लगाया जा रहा। उसे सरकार नियंत्रण में नहीं लेती।

सनातन धर्म को लेकर छिड़ चुका है संग्राम

राष्ट्रीय राजनीति से न प्रभावित होने वाला दक्षिणी राज्य तमिलनाडु हाल फिलहाल में सियासी वजहों से काफी चर्चा में रहा है। राज्यपाल विवाद से लेकर केंद्रीय एजेंसियों की सक्रियता के मुद्दे पर राज्य में सरकार चला रही डीएमके और केंद्र में सरकार चला रही बीजेपी के बीच घमासान मचा हुआ है। पिछले दिनों सीएम स्टालिन के बेटे और मंत्री उदयनिधि ने सनातम धर्म को डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारी से तुलना कर नए विवाद को जन्म दे दिया था। जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी निशाना साधा था। तब भी पीएम मोदी की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री स्टालिन ने पलटवार किया था।

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