स्टूडेंट्स के बढ़ते सुसाइड को देखते हुए बोले जावड़ेकर- 'परिसरों को रैंगिंग मुक्त बनाना ही होगा'

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रैगिंग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए सोमवार को कहा कि परिसरों को रैंगिंग से पूरी तरह से मुक्त कर दिया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय

Update:2017-05-30 10:33 IST

नई दिल्ली: केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रैगिंग के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए सोमवार को कहा कि परिसरों को रैंगिंग से पूरी तरह से मुक्त कर दिया जाना चाहिए। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा शुरू किए गए एंटी-रैगिंग मोबाइल एप्लिकेशन शुरू करने से विद्यार्थियों को रैगिंग के खिलाफ शिकायत दर्ज करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि नए छात्र की शारीरिक और मानसिक यातना सरकार द्वारा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और नया एप विद्यार्थियों के द्वारा असानी से उपयोग किया जा सकता है।

मंत्रालय के एक बयान के मुताबिक, जावड़ेकर ने कहा कि एप पर प्राप्त सभी शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा, "यह सुरक्षा के लिए एक अच्छा कदम है और इससे विद्यार्थियों में सुरक्षा की भावना आएगी।"

रैगिंग में शामिल होने वाले छात्रों को चेतावनी देते हुए जावड़ेकर ने कहा कि ऐसे छात्रों को संस्था में अपनी शिक्षा जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

उन्होंने कहा, "साथ ही वे कानून के अनुसार गंभीर दंड और सजा पाएंगे।"

हालांकि मंत्री ने आशा व्यक्त की कि अच्छे सीनियर छात्र अपने जूनियर के लिए सलाहकार के रूप में कार्य करेंगे।

 

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