India Me Talaq Ki Wajah: भारत के इस राज्य में हो रहे सबसे ज्यादा तलाक, जानें क्या है इसकी वजह
India Me Talaq Ki Wajah: दुनिया भर के देशों और भारत में तलाक की सबसे बड़ी वजह है घरेलू हिंसा और धोखा। साथ ही शादी के कई सालों बाद भी अपमान सहते रहना भी तलाक की एक बड़ी वजह है।
Talaq Cases In India: बेंगलुरु में इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड और मौत से पहले के वीडियो ने पूरे देश को झकझोंर कर रख दिया है। सुभाष ने वीडियो में अपनी पत्नी समेत कई लोगों को अपनी मौत को जिम्मेदार बताया है। अतुल ने वीडियो जारी कर कहा कि उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ नौ फर्जी एफआईआर दर्ज करायी। दोनों का तलाक को लेकर भी केस चल रहा था। अतुल कोर्ट के चक्कर से तंग आ चुके थे। जिसके चलते अतुल सुभाष ने यह खौफनाक कदम उठाया। ऐसे में इस केस को लेकर लोगों के जेहन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर अब ऐसा क्या हो गया है कि आजकल शादियां चल नहीं रही हैं। आखिर कपल तलाक क्यों ले लेते हैं। आइए हम बताते हैं कि तलाक होने के पीछे की वजहें और किस राज्य में सर्वाधिक तलाक के मामले सामने आ रहे हैं।
आखिर क्यों हो रहे हैं तलाक?
दुनिया भर के देशों और भारत में तलाक की सबसे बड़ी वजह है घरेलू हिंसा और धोखा। साथ ही शादी के कई सालों बाद भी अपमान सहते रहना भी तलाक की एक बड़ी वजह है। यहीं नहीं जो लोग 50 साल की आयु के बाद तलाक का फैसला लेते हैं उसके पीछे एक-दूसरे से मुक्ति पाने और अनसुलझे मुद्दे कारण बनते हैं। साथ ही इमोशनल सपोर्ट न मिलना भी तलाक का कारण बनता है। महिलाओं को एक आयु के बाद ऐसा महसूस होता है कि उन्होंने घर और बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी भी अकेले ही संभाली। इस दौरान उनके पार्टनर ने उनका ज्यादा सपोर्ट नहीं किया। सपोर्ट न मिलना कोई वजह नहीं लेकिन काम की सराहना भी न करना एक वजह बन जाती है। यही वजह है कि अधिकतर मामलों में महिलाओं की तरफ से ही तलाक की पहल की जाती है।
किस उम्र में हो सर्वाधिक तलाक?
साल 2021 से 2022 के बीच हुए एक शोध के मुताबिक 25 से 34 साल की आयु वाले लोग सर्वाधिक तलाक ले रहे हैं। इसके बाद 18 से 24 साल के लोगों तलाक के लिए अर्जी डाल रहे हैं। वहीं 35 से 44 साल और 45 से 54 साल की उम्र वाले लोग भी इस लिस्ट में शामिल हैं। वहीं 55 से लेकर 64 साल और इससे ज्यादा की उम्र के लोग तलाक के लिए अर्जी डालते हैं।
तलाक लेने के पीछे यह भी बड़े कारण
नए सिरे से शुरुआत करने की इच्छा
घरेलू हिंसा और धोखा देना
इमोशनल और फिजिकल सपोर्ट की कमी
एंप्टी नेस्ट सिंड्रोम
कई सालों के अपमान का बदला
रिटायरमेंट के बाद जिंदगी के मायने बदल जाना
कभी इज्जत नहीं मिलना
प्यार का दूसरा मौका।
तलाक के मामले में राज्यों की स्थिति
भारत में सर्वाधिक तलाक के मामले महाराष्ट्र में सामने आते हैं। यहां तलाक की दर 18.7 फीसदी है जोकि पूरे भारत में सबसे ज्यादा है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक है। जहां 11 फीसदी तलाक की दर है। महाराष्ट और कर्नाटक के बाद तीसरे पायदान पर पश्चिम बंगाल है जहां जहां तलाक की दर 8.2 फीसदी है। वहीं दिल्ली में तलाक दर 7.7 फीसदी, तमिलनाडु में तलाक दर 7.1 फीसदी, तेलंगाना में तलाक दर 6.7 फीसदी, केरल में तलाक दर 6.3 फीसदी है। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में तलाक दर 30 फीसदी से भी ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2005 में तलाक लेने की दर 0.6 फीसदी थी, जोकि साल 2019 में बढ़कर 1.1 प्रतिशत पहुंच गयी। हाल के सालों में इन शहरों में तलाक के आवेदनों में तीन गुना बढ़ोत्तरी हुई है।