Rahul Gandhi को वायनाड से मिला टिकट, अमेठी पर सस्पेंस खत्म ! अमित मालवीय ने कहा- 'डर गया?'
BJP on Congress: कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए 39 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की। इसमें राहुल गांधी को वायनाड से एक बार फिर उम्मीदवार बनाया गया है।
BJP on Congress Candidates List: लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार (08 मार्च) को 39 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। कांग्रेस की पहली सूची में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को केरल के वायनाड सीट से एक बार फिर उम्मीदवार बनाया गया है। इस घोषणा के बाद बीजेपी ने निशाना साधा है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख और नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी (Amit Malviya vs Rahul Gandhi) की अमेठी सीट से उम्मीदवारी का ऐलान न होने पर हमला बोला है।
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी को लेकर एक पोस्ट किया। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा, 'वह अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं? डर गया?' इसके साथ ही, अमित मालवीय ने डीके सुरेश (DK Suresh) जिन्होंने दक्षिण भारत को अलग देश घोषित करने की मांग की थी, उनको टिकट दिए जाने पर सवाल खड़े किए।
'भारत विभाजन कांग्रेस का अधूरा एजेंडा, रहें सावधान'
बीजेपी नेता मालवीय ने पोस्ट में लिखा, 'अलग दक्षिण भारत की मांग करने वाले कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश को बेंगलुरु ग्रामीण से फिर से टिकट दिया गया है। भारत का विभाजन कांग्रेस का अधूरा एजेंडा है। उनसे सावधान रहें।'
अमित मालवीय के 'डर गया' पोस्ट में क्या?
भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधा। कांग्रेस की पहली लिस्ट में राहुल को एक बार फिर वायनाड से प्रत्याशी घोषित किया गया है। जिसके बाद मालवीय ने अमेठी का जिक्र किया। अमित मालवीय ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा, 'राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ेंगे? डर गया?'
डीके सुरेश को क्यों लिया आड़े हाथों?
अमित मालवीय ने कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश को भी निशाने पर लिया। दरअसल, केंद्रीय बजट पेश होने के बाद फरवरी के पहले सप्ताह में डीके सुरेश ने बजट को लेकर दक्षिण भारत के राज्यों से भेदभाव का आरोप लगाया था। उन्होंने दक्षिण भारत को हिंदी भाषी राज्यों से अलग देश बनाने की मांग की थी। डीके सुरेश कुमार ने तब कहा था, अगर मामले का समाधान नहीं किया गया तो दक्षिण को एक 'अलग देश' बनाना होगा। हम अपना पैसा लेना चाहते हैं। चाहे वह जीएसटी, सीमा शुल्क या प्रत्यक्ष कर हो। उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि विकास के लिए हमारे हिस्से का पैसा उत्तर भारत में बांटा जा रहा है। इसी मुद्दे पर अमित मालवीय ने निशाना साधा है।