ममता बनर्जी के आरोपों पर कांग्रेस बंटी,जयराम रमेश ने किया समर्थन तो अधीर रंजन ने CM पर लगाया झूठ बोलने का आरोप

NITI Aayog Meeting: ममता बनर्जी के आरोप को लेकर कांग्रेस का दोहरा रवैया सामने आया है। उनके आरोपों को लेकर कांग्रेस बंटी हुई नजर आई।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update:2024-07-28 10:22 IST

NITI Aayog Meeting (Pic: Social Media)

NITI Aayog Meeting: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक के दौरान अपने साथ दुर्व्यवहार किए जाने का बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्हें बोलने का पूरा मौका नहीं दिया गया और बीच में ही उनका माइक बंद कर दिया गया। वे शनिवार को हुई नीति आयोग की बैठक छोड़कर बाहर निकल गई थीं।

ममता बनर्जी के इस आरोप को लेकर कांग्रेस का दोहरा रवैया सामने आया है। उनके आरोपों को लेकर कांग्रेस बंटी हुई नजर आई। जहां एक ओर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ममता बनर्जी का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल के मामलों में हस्तक्षेप करने की भी मांग की है।


ममता बनर्जी ने लगाया बड़ा आरोप

नीति आयोग की शनिवार को हुई बैठक का कई विपक्षी राज्यों की ओर से बहिष्कार किया गया मगर ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल हुई थीं। हालांकि वे बीच में ही बैठक छोड़कर निकल गईं। उनका आरोप था कि सत्ता पक्ष से जुड़े हुए मुख्यमंत्रियों को बोलने के लिए पूरा वक्त दिया गया जबकि उनका माइक बीच में ही बंद कर दिया गया। हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और नीति आयोग की ओर से ममता बनर्जी के आरोपों को पूरी तरह झूठा बताया गया है।


जयराम रमेश ने किया ममता का समर्थन

ममता बनर्जी के आरोपों के बाद कांग्रेस उनके समर्थन में उतर आई। कांग्रेस ने कहा कि ममता बनर्जी के साथ बैठक में जो व्यवहार किया गया, वह पूरी तरह अस्वीकार्य है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ किया गया व्यवहार स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों के दौरान भय,छल और धमकी को प्रोत्साहित किया और अब वे उपदेश दे रहे हैं। उन्होंने नीति आयोग की बैठक को तमाशा भी बताया।


पहले ही तैयार हो गई थी नौटंकी की स्क्रिप्ट

दूसरी ओर पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी के आरोपों को पूरी तरह झूठा बताया है। उन्होंने सारे घटनाक्रम को विपक्ष की राजनीति में प्रतिद्वंद्विता से जोड़ा है। चौधरी ने कहा कि इस नौटंकी की स्क्रिप्ट पहले ही तैयार कर ली गई थी। वे बयान देकर ही गई थीं कि मैं वहां जा रही हूं,लेकिन मुझे बोलते नहीं दिया जाएगा। विपक्ष के नेता के रूप में राहुल गांधी को जो वाहवाही मिल रही है,उससे ममता बनर्जी को जलन हो रही है।


राष्ट्रपति से पश्चिम बंगाल में हस्तक्षेप की मांग

चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र में पश्चिम बंगाल की स्थिति को अराजक बताया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए राष्ट्रपति को हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे लिए पश्चिम बंगाल में अराजक स्थिति को देखना न केवल परेशान करने वाला है बल्कि काफी पीड़ा देने वाला भी है। सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से विपक्ष के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ क्रूर व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने संदेशखाली समेत विभिन्न स्थानों पर हुई हिंसा की घटनाओं का भी जिक्र किया है।

इस तरह ममता बनर्जी के आरोपों को लेकर कांग्रेस बंटी हुई नजर आ रही है। दिल्ली में पार्टी हाईकमान ममता बनर्जी के आरोपों का समर्थन कर रहा है तो पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई ममता बनर्जी के खिलाफत में उतर आई है। 

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