Congress President: जल्द शुरू होगी नए कांग्रेस अध्यक्ष की प्रक्रिया, राहुल गांधी को फिर कमान सौंपने की मांग
Congress President: राहुल गांधी पहले अध्यक्ष पद की दोबारा जिम्मेदारी संभालने से इनकार कर चुके हैं मगर अब उन पर फैसला बदलने का दबाव बढ़ने लगा है।
Congress President: लंबे समय से टल रही कांग्रेस के अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया 21 अगस्त से शुरू होने वाली है। माना जा रहा है कि 20 सितंबर तक चुनाव की यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इसके साथ ही पार्टी में राहुल गांधी को एक बार फिर अध्यक्ष बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। भाजपा का मुकाबला करने के लिए पार्टी के अधिकांश नेता राहुल के ही नाम की वकालत कर रहे हैं।
हालांकि राहुल पहले अध्यक्ष पद की दोबारा जिम्मेदारी संभालने से इनकार कर चुके हैं मगर अब उन पर फैसला बदलने का दबाव बढ़ने लगा है। पार्टी नेताओं के लगातार बढ़ते दबाव के बीच अभी तक राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर खुलकर कुछ नहीं कहा है। इसी कारण उनके अंतिम फैसले का इंतजार किया जा रहा है। कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव का मुद्दा लंबे समय से टलता रहा है मगर अब पार्टी 2024 की सियासी जंग के मद्देनजर इस काम को जल्द से जल्द पूरा कर लेना चाहती है।
पार्टी के अधिकांश नेता राहुल के पक्ष में
वैसे कांग्रेस में नए अध्यक्ष को लेकर अभी तक तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हो सकी है। पार्टी में राहुल समर्थक खेमा हावी है और इस खेमे से जुड़े नेताओं की ओर से राहुल को अध्यक्ष बनाने की जोरदार वकालत की जा रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि राहुल गांधी एक बार फिर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे या नहीं, यह बात अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी है। वैसे पार्टी के अधिकांश नेता और कार्यकर्ता राहुल को ही अध्यक्ष बनाने के पक्ष में है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा के खिलाफ पूरी हिम्मत से लड़ाई लड़ने वाले वे अकेले नेता है। देश के सामने महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ जोरदार मुहिम छेड़ रखी है। ऐसे में उनका अध्यक्ष बनना पार्टी के लिए फायदेमंद साबित होगा। वैसे यदि वे अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार नहीं हुए तो 2024 तक सोनिया गांधी को ही अध्यक्ष पद पर बनाए रखा जा सकता है।
इन नेताओं के नाम भी चर्चा में
वैसे पार्टी में यह चर्चा भी जोरों पर है कि राहुल गांधी इस बार गांधी परिवार से इतर किसी दूसरे नेता को अध्यक्ष पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपे जाने के पक्ष में है। ऐसे में पार्टी के नए अध्यक्ष के रूप में कई और नेताओं के नाम भी चर्चा में हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण नाम राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का है मगर पार्टी सूत्रों का कहना है कि वे राजस्थान के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। राजस्थान में कांग्रेस को अगले साल विधानसभा चुनाव लड़ना है। ऐसे में गहलोत को राजस्थान से हटाना पार्टी के लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकता है।
पार्टी के दो और वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे और मुकुल वासनिक का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए चर्चा में सुना जा रहा है। ऐसे में अब सबकी निगाहें गांधी परिवार के फैसले पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में सोनिया और राहुल का फैसला ही सबसे महत्वपूर्ण होगा और उसके बाद ही अध्यक्ष पद को लेकर सहमति बन पाएगी।
पार्टी कार्यक्रमों के केंद्र में राहुल
पार्टी के एक नेता का कहना है कि कांग्रेस के भविष्य के सारे कार्यक्रम और राहुल गांधी को केंद्र में रखकर ही तैयार किए गए हैं। इसलिए इस बात की संभावना काफी कम है कि आने वाले दिनों में उन्हें पार्टी के अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी न सौंपी जाए। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का पूरा खाका राहुल गांधी को ही केंद्र में रखकर तैयार किया गया है।
आने वाले दिनों में पार्टी की ओर से यह बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। पार्टी की ओर से इस कार्यक्रम की जोरदार तैयारियां चल रही है। ऐसे में पार्टी नेताओं को उम्मीद है कि राहुल गांधी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हो जाएंगे।