Congress President Election: नामांकन के आखिरी दिन भी सस्पेंस कायम, थरूर-दिग्विजय के अलावा कई और नाम चर्चा में

Congress President Election: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने आज आखिरी दिन नामांकन दाखिल करने का ऐलान किया है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-09-30 03:30 GMT

Shashi Tharoor Digvijay Singh ashok gehlot (photo: social media )

Congress President Election 2022: कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए कई दिनों से चल रही गहमागहमी के बाद आज दावेदारों को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी। आज कांग्रेस अध्यक्ष पद के नामांकन की आखिरी तारीख है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने आज आखिरी दिन नामांकन दाखिल करने का ऐलान किया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को ही पार्टी अध्यक्ष का चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया था। राजस्थान के सियासी बवाल से पहले गहलोत को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था मगर अब वे अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो चुके हैं।

इस बीच अध्यक्ष पद को लेकर कई दावेदारों के नाम चर्चा में हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा और मीरा कुमार का नाम भी चर्चाओं में है। पार्टी पार्टी के असंतुष्ट धड़े जी-23 की ओर से भी उम्मीदवार उतारा जा सकता है। वैसे आज नामांकन की आखिरी तारीख होने के बावजूद अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गांधी परिवार का आशीर्वाद किसके साथ है। गहलोत के रेस से बाहर होने के बाद अभी तक गांधी परिवार ने अपना रुख साफ नहीं किया है। माना जा रहा है कि आखिरी क्षणों में कोई नया चेहरा भी चुनाव मैदान में उतरकर सबको चौंका सकता है।

दलित उम्मीदवार की चर्चा हुई तेज

अभी तक सिर्फ दो नेताओं ने नामांकन दाखिल करने की बातें स्पष्ट तौर पर कही है। दिग्विजय और थरूर पहले ही नामांकन के संबंध में अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं। दिग्विजय ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा है कि उन्होंने स्वय॔ चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है। उन पर पार्टी के दोस्तों का भी दबाव था। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि गांधी परिवार का आशीर्वाद उनके साथ है या नहीं।

इस बीच किसी दलित नेता को पार्टी का अध्यक्ष बनाने की चर्चा जोर पकड़ चुकी है। जानकारों के मुताबिक हाईकमान भी इस मुद्दे पर चर्चा कर रहा है। इस कारण मल्लिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, मीरा कुमार और कुमारी शैलजा का नाम चर्चाओं में आ गया है। हालांकि इनमें से किसी भी नेता ने अभी तक नामांकन के संबंध में अपने पत्ते नहीं खोले हैं। खड़गे की सोनिया गांधी से होने वाली मुलाकात पर सबकी निगाहें लगी हुई है और इस मुलाकात के बाद तस्वीर साफ होने की उम्मीद है।

जी-23 के नेता भी हुए सक्रिय

पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर जी-23 से जुड़े रहे हैं मगर माना जा रहा है कि जी-23 की ओर से थरूर के अलावा किसी और को भी चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है। जी 23 से जुड़े हुए नेता कल शाम से ही काफी सक्रिय दिखे। वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के घर पर जी 23 से जुड़े हुए नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी और पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद थे।

बाद में आनंद शर्मा ने जोधपुर हाउस जाकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर चर्चा हुई है। हालांकि असंतुष्ट नेताओं ने क्या फैसला लिया है,इसका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। जी-23 से जुड़े हुए नेता गांधी परिवार के रुख का इंतजार कर रहे हैं।

दिग्विजय-थरूर में दोस्ताना मुकाबला

इस बीच दिग्विजय सिंह और शशि थरूर ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि दोनों के बीच मुकाबला काफी दोस्ताना होगा। नामांकन से पहले दोनों नेताओं ने गुरुवार को मुलाकात की थी। इसके बाद ट्वीट करते हुए थरूर ने कहा था कि दोनों के बीच कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है बल्कि वे दोस्ताना ढंग से इस चुनाव को लड़ेंगे। दिग्विजय सिंह ने भी थरूर की इन बातों का समर्थन किया। दिग्विजय और थरूर दोनों पर्चा पहले ही ले चुके हैं। ऐसे में नामांकन के लिए दोनों का नाम फाइनल माना जा रहा है।

दोपहर बाद तस्वीर साफ होने के संकेत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अभी भी दिल्ली में ही डेरा डाले हुए हैं और माना जा रहा है कि आज दिन भर कांग्रेस में गतिविधियां काफी तेज रहेंगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आज पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है और माना जा रहा है कि दोपहर बाद वे कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर अपने रुख का संकेत दे सकती हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि अध्यक्ष पद के चुनाव की औपचारिकता भले ही निभाई जा रही हो मगर वही उम्मीदवार चुनाव जीतने में कामयाब होगा जिसके साथ गांधी परिवार का आशीर्वाद होगा।

अब यह देखने वाली बात होगी कि गांधी परिवार का आशीर्वाद किसे हासिल होता है। गहलोत के रेस से बाहर होने के बाद गांधी परिवार को नए सिरे से मशक्कत करनी पड़ रही है और आज दोपहर बाद तस्वीर साफ होने की उम्मीद जताई जा रही है।

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