Rajasthan Election 2023 : CM चेहरे के बिना राजस्थान चुनाव में उतरेगी कांग्रेस, दिल्ली बैठक में इन 4 बिंदुओं पर बनी सहमति
Rajasthan Election 2023: कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान कांग्रेस में चल रही अंदरूनी तनातनी को खत्म करने और आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर 06 जुलाई को दिल्ली में एक बैठक की। मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए गए। जानें यहां --
Rajasthan Election 2023 : राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में हलचल तेज है। कांग्रेस आलाकमान लंबे समय से पार्टी में चल रही खींचतान पर लगाम लगाने के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। दिल्ली में गुरुवार (06 जुलाई) को कांग्रेस मुख्यालय (AICC Headquarters) में बैठक हुई। कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की अहम बैठक में चार बड़े फैसलों पर सहमति बनी। जिसमें सबसे अहम फैसला ये लिया गया कि राजस्थान में साल के आखिरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का कोई 'मुख्यमंत्री का चेहरा' (CM Face in Rajasthan) नहीं होगा।
कांग्रेस मुख्यालय में राजस्थान असेंबली इलेक्शन की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने कहा कि, कैंडिडेट की लिस्ट सितंबर के पहले हफ्ते में घोषित की जाएगी। हालांकि, उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच 'शांति' के किसी भी फॉर्मूले पर टिप्पणी से साफ इनकार कर दिया।
बैठक में कौन-कौन रहे शामिल?
कांग्रेस की इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मुख्य रूप से शामिल हुए। इनके साथ सचिन पायलट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजस्थान के पार्टी इंचार्ज सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा (Govind Dotasara) समेत 29 नेता मौजूद रहे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सचिन पायलट ने मीटिंग के दौरान कहा कि 'हम सब एक हैं। हम सबका गुट एक ही है, वो राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे हैं। उन्होंने कहा,'जैसा कि मैं हमेशा कहता रहा हूं कि हमारा एकमात्र लक्ष्य है कि राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बने।'
जिताऊ उम्मीदवार पर ही लगेगा दांव
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की इस बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि, कांग्रेस पार्टी राजस्थान चुनाव जीत सकती है, बशर्ते पार्टी में एकजुटता बरकरार रहे। मीटिंग में सभी नेताओं ने एकजुट होकर विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। साथ ही, ये फैसला भी लिया गया कि आगामी चुनाव में प्रत्याशियों का चयन जीतने की क्षमता के आधार पर लिया जाएगा।'
कांग्रेस मीटिंग में इन 4 बड़े फैसलों पर बनी सहमति:
- राजस्थान में कांग्रेस पार्टी बिना किसी मुख्यमंत्री फेस के मैदान में उतरेगी। पार्टी में सभी साथी मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
- राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्यों की नियुक्ति के लिए नियम बनेंगे। पेपर लीक पर विधानसभा में कानून लाया जाएगा।
- राजस्थान में इस बार टिकट के लिए कांग्रेस कैंडिडेट का चयन सितंबर के पहले हफ्ते में किया जाएगा।
- कांग्रेस पार्टी में किसी प्रकार की बयानबाजी अब नहीं होगी। सरकार के प्रचार के साथ-साथ पार्टी का प्रचार-अभियान भी शुरू होगा।