Coronavirus:विवादों में अंतिम संस्कार, एम्स के डॉक्टर का आया बड़ा बयान

खबर है कि  अंतिम संस्कार के लिए शव परिवार को नहीं दिए जा रहे है। बल्कि 14 दिनों बाद सिर्फ परिवार को राख दी जा रही है। लोगों का आरोप है  उन्हें शव को छूने और देखने तक नहीं दिया गया। ऐसे में एम्स के (AIIMS) डॉक्टर का कहना है कि कोरोना खांसने या छींकने से फैलता है न कि मृतक के शव से।

Update: 2020-03-14 15:43 GMT

नई दिल्ली खबर है कि अंतिम संस्कार के लिए शव परिवार को नहीं दिए जा रहे है। बल्कि 14 दिनों बाद सिर्फ परिवार को राख दी जा रही है। लोगों का आरोप है उन्हें शव को छूने और देखने तक नहीं दिया गया। ऐसे में एम्स के (AIIMS) डॉक्टर का कहना है कि कोरोना खांसने या छींकने से फैलता है न कि मृतक के शव से।

एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने बताया कि कोरोना वायरस शवों से नहीं फैल सकते। यह रेस्पायरेटरी सीक्रेशन से फैलता है। वायरस के प्रसार के लिए खांसी जरूरी है। इसलिए संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने से कोई खतरा नहीं है। कोरोना मरीज के शव से भी संक्रमण हो सकता है। इसका जवाब है- 'ना'।

 

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इस वायरस के संक्रमण के लिए खांसी जरूरी है। इसलिए संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार करने से कोई खतरा नहीं है।' कोरोना वायरस के प्रसार जैसे-जैसे बढ़ रहा है वैसे-वैसे लोगों में इसको लेकर कई तरह के भ्रम भी पैदा हो रहे हैं। संक्रमण के डर से लोग सड़कों पर हर तरफ मास्क लगाए घूम रहे हैं। उनके इसी भय को देखते हुए केंद्र, राज्य सरकारें और डॉक्टर नियमित रूप से अपने संदेश के माध्यम से उनका आशंका दूर करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि किसी तरह की घबराहट न मचे।

देश में अब तक कोरोना वायरस के 83 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से कर्नाटक और दिल्ली में एक-एक मरीज की मौत हो चुकी है। सरकार जहां इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी है वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो इसे गंभीरता से नहीं ले रहे तो कई ऐसे हैं जिनके मन कई तरह की भ्रांंतियां हैं। ऐसा ही एक मामला शनिवार को सामने आया है जब कोरोना संक्रमति पति के संपर्क में आने वाली महिला आइसोलेशन से भाग गई। आगरा की एक महिला इटली में पति के साथ हनीमून मनाकर बेंगलुरु वापस लौटी थी। वापस आने पर पति कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव पाया गया तो महिला को भी आइसोलेट किया गया, लेकिन अपनी और हजारों लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालते हुए न सिर्फ वह आइसोलेशन से बाहर निकली बल्कि पहले फ्लाइट से दिल्ली और फिर ट्रेन से आगरा अपने मायके जा पहुंची। कुछ मामले और ऐसे आए हैं जब संदिग्ध लोग आइसोलेशन से गायब हैं।

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इन घटनाओं को देखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को खुद ऐक्टिव हो गए और उन्होंने एक ट्वीट के माध्यम से लोगों को बताया कि संक्रमण की आशंका पर घऱ पर आइसोलेशन में रहना क्यों जरूरी है। मोदी ने दिशानिर्देश जारी करते हुए लिखा, 'यहां कुछ महत्वपूर्ण सूचना है। इसे पढ़ें।' स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि घर पर पृथक रखने का उद्देश्य 'आपको और आपके प्रियजनों की रक्षा करना है।'

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