हिन्दू रीति-रिवाजों के साथ थाईलैंड में 'राजा रामचन्द्र' का हुआ राज्याभिषेक

पिता के निधन के बाद भले ही वजिरालॉंगकोर्न के राजा बनने की घोषणा हो गई थी, लेकिन गत शनिवार को औपचारिक रूप से राजतिलक होने के बाद वह देश के पूर्ण सम्राट बने जिन्हें तमाम शाही शक्तियां प्राप्त हैं।

Update: 2019-05-06 13:05 GMT

बैंकॉक: थाईलैंड के राजा महा वजिरालॉंगकोर्न तीन दिन तक चले अपने राज्यभिषेक समारोह के समापन के साथ सोमवार को जनता और राजनयिकों के समक्ष उपस्थित हुए।

अपने राजा की झलक पाने के लिए हजारों लोग बैंकॉक के ग्रांड पैलेस के इर्द-गिर्द एकत्र हुए। वजिरालॉंगकोर्न को वर्ष 2016 में उनके पिता राजा भूमिबोल अदुल्यादेज के निधन के बाद राज सिंहासन का उत्तराधिकार मिला था। उनके पिता ने देश पर सात दशक तक शासन किया।

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पिता के निधन के बाद भले ही वजिरालॉंगकोर्न के राजा बनने की घोषणा हो गई थी, लेकिन गत शनिवार को औपचारिक रूप से राजतिलक होने के बाद वह देश के पूर्ण सम्राट बने जिन्हें तमाम शाही शक्तियां प्राप्त हैं।

अपने राजा की झलक पाने के लिए लोग सुबह से ही कतारों में लगने शुरू हो गए थे। वजिरालॉंगकोर्न का राजतिलक तमाम विधि-विधानों के साथ हुआ था। उनका राजतिलक समारोह बौद्ध और हिन्दू रीति-रिवाजों के साथ पूरा हुआ। थाईलैंड के राजा अपना संबंध भगवान राम से मानते हैं। वजिरालॉंगकोर्न अब राजा राम दशम के नाम से भी जाने जाएंगे।

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(एपी)

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