देश के लिए खुशखबरी: पहले चरण में सफल स्वदेशी वैक्सीन, जानिए इसके बारे में
कोरोना के खिलाफ जंग में देश को जल्द ही राहत मिलने वाली है। भारत बायोटेक की स्वदेशी कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सीन' के पहले चरण का ट्रायल सफल रहा है। ट्रायल में पाया गया है कि वैक्सीन के इस्तेमाल से पीड़ित की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है।
नई दिल्ली: कोरोना के खिलाफ जंग में देश को जल्द ही राहत मिलने वाली है। भारत बायोटेक की स्वदेशी कोरोना वैक्सीन 'कोवैक्सीन' के पहले चरण का ट्रायल सफल रहा है। ट्रायल में पाया गया है कि वैक्सीन के इस्तेमाल से पीड़ित की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है। साथ ही इस वैक्सीन का वालंटियर पर कोई साइड इफेक्ट भी देखने को नहीं मिला है।
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पोर्टल में रिपोर्ट पब्लिश
वैक्सीन ट्रायल के नतीजों से पता चला है कि हर आयुवर्ग पर कोई गंभीर प्रभाव देखने को नहीं मिला है। पोर्टल ‘मेडआरएक्सआईवी’ पर उपलब्ध कराए गए नतीजों के मुताबिक टीका ने एंटीबॉडी तैयार करने काम किया। साथ ही दावा किया गया है कि वैक्सीन पूरी तरह से सेफ और इफेक्टिव है। जानकारी के लिए बता दें कि भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल सितंबर महीने में ही समाप्त हो गया था, जिसके नतीजे अब सार्वजनिक किए गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी भारत बायोटेक की वैक्सीन का जायजा लिया था।
आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन
भारत बायोटेक ने वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के सामने आवेदन किया है। बता दें, इससे पहले एसआईआई ने आपातकालीन उपयोग की मंजूरी लेने के लिए आवेदन किया था।
बाजार में कब तक आ जाएगी वैक्सीन?
जानकारों की मानें तो कोवैक्सीन के फरवरी 2021 के अंत तक आम जनता के उपयोग के लिए उपलब्ध होने की संभावना है। एम्स में इसके क्लीनिकल ट्रायल के प्रमुख जांचकर्ता डॉ. संजय रॉय ने कहा कि फरवरी तक सामान्य लोगों को वैक्सीन की खुराक मिलने उम्मीद है। उन्होंने कहा कि दो स्वदेशी वैक्सीन उम्मीदवार, जो कि इसे विकसित करने में आगे है, उनकी वैक्सीन 2021 की पहली तिमाही के अंत से पहले बाजार में पहुंचने की उम्मीद है।
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