Cycling: साइकिलिंग से पुरुषों में आ सकती है नपुंसकता

Cycling: साइकिलिंग एक बेहतरीन एक्ससरसाइज़ है। चूंकि इसमें बहुत जोर या मेहनत नहीं लगती सो ये एक आदर्श व्यायाम भी माना जाता है, खासकर वृद्धों के लिए।

Written By :  Neel Mani Lal
Update:2022-12-03 12:43 IST

साइकिलिंग से पुरुषों में आ सकती है नपुंसकता: Photo- Social Media

Cycling: साइकिलिंग (Cycling) एक बेहतरीन एक्ससरसाइज़ (cycling is a great exercise) है। चूंकि इसमें बहुत जोर या मेहनत नहीं लगती सो ये एक आदर्श व्यायाम भी माना जाता है, खासकर वृद्धों के लिए। लेकिन साइकिलिंग से कुछ पुरुषों में यौन समस्या भी पैदा होने का खतरा रहता है।

हार्वर्ड स्पेशल हेल्थ रिपोर्ट के अनुसार,एक स्टडी में पाया गया है कि कुछ परिस्थितियों में, साइकिल चलाना लिंग में नसों को नुकसान पहुंचा सकता है और उसकी धमनियों को दबा सकता है। इसके कारण "इरेक्टाइल" यानी लिंग में इरेक्शन की प्रॉब्लम हो सकती है। ये जोखिम उन पुरुषों में सबसे अधिक पाया गया जो सप्ताह में तीन घंटे से अधिक साइकिल चलाते थे।

पेरिनम यानी जननांगों और गुदा के बीच का क्षेत्र

साइकिल चलाने से ईडी (इरेक्टाइल डिस्फंक्शन) का कारण यह हो सकता है कि सीट पेरिनेम पर निरंतर दबाव डालती है। पेरिनम यानी जननांगों और गुदा के बीच का क्षेत्र। वहां पर दबाव नसों को नुकसान पहुंचा सकता है और अस्थायी रूप से ब्लड फ्लो को धीमा कर सकता है, जिससे लिंग में झुनझुनी या सुन्नता हो सकती है और अंततः, ईडी की समस्या बन सकती है। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन को नपुंसकता का एक स्वरूप माना जाता है।

पेरिनेम धमनियों और नसों से भरा होता है जिनसे लिंग को ऑक्सीजन युक्त रक्त और सेंसेशन मिलता है। पुरुषों में इरेक्शन होने के लिए, मस्तिष्क से नर्व्स लिंग को उत्तेजना संदेश भेजते हैं। ये संकेत रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स करने की अनुमति देते हैं, जिससे लिंग में धमनियों के जरिये से रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है। नसों, रक्त वाहिकाओं, या दोनों के साथ कोई समस्या इरेक्शन करने में असमर्थ बना सकती है।

सीट की बनावट

यूरोपियन यूरोलॉजी के एक अध्ययन में पाया गया कि संकरी सीटों और वी-शेप वाली संकरी सीटों से लिंग में ऑक्सीजन फ्लो में क्रमशः 82.4 फीसदी और 72.4 फीसदी की कमी हुई। बेहतर है कि साइकिल पर चौड़ी और अच्छी तरह से गद्देदार सीट लगवाएं। जेल से भरी सीट एक अच्छा विकल्प है।

 Photo- Social Media

हैंडलबार की ऊंचाई

द जर्नल ऑफ यूरोलॉजी में एक अध्ययन में पाया गया कि हैंडलबार की ऊंचाई सैडल या सीट के समानांतर या उससे अधिक होने पर ईडी का जोखिम बढ़ जाता है। हैंडलबार की ऊंचाई सैडल की ऊंचाई से कम होने पर ये जोखिम कम है। कुल मिलाकर सीट की बनावट और हैंडलबार की ऊंचाई ऐसी होनी चाहिए जो पेरिनेम पर न्यूनतम दबाव डाले।

ध्यान रखें

इस बात का ध्यान रखें कि यदि आप साइकिलिंग के बाद अपने लिंग में झुनझुनी या सुन्नता महसूस करते हैं, तो एक या दो सप्ताह के लिए सवारी करना बंद कर दें। ये चेतावनी के संकेत हैं कि आपके साइकिल चलाने से स्तंभन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, लंबी राइड के दौरान हमेशा नियमित ब्रेक लें और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए पैडेड बाइक शॉर्ट्स पहनें।

Tags:    

Similar News