कश्मीर में मौत! अलर्ट पर सुरक्षाबल, तो घाटी में नहीं बदल रहे हालात
विरोध प्रदर्शन के समय घायल हुए एक कश्मीरी युवक की बुधवार को तड़के श्रीनगर के एक अस्पताल में मौत हो गई। घाटी में इस युवक को पैलेट गन से गोली लगी थी। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद किसी आम नागरिक की ये पहली मौत है।
नई दिल्ली : विरोध प्रदर्शन के समय घायल हुए एक कश्मीरी युवक की बुधवार को तड़के श्रीनगर के एक अस्पताल में मौत हो गई। घाटी में इस युवक को पैलेट गन से गोली लगी थी। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद किसी आम नागरिक की ये पहली मौत है। लेकिन अधिकारिक तौर पर पुलिस ने इस मौत की पुष्टि नहीं की है।
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घाटी में बढ़ा तनाव
घाटी में इस खबर के बाद से इलाके में तनाव बढ़ गया है। सुरक्षाबलों ने इलाके में कई तरह की पाबंदियां लगा दी है। डाउन टाउन और सिविल लाइंस इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि अनुच्छेद 370 पर फैसले के बाद असरार अहमद खान 6 अगस्त को सौरा में विरोध प्रदर्शन कर रहा था। इस दौरान वह घायल हो गया था। असरार का इलाज शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में चल रहा था। जहां आज उसकी मौत हो गई।
अधिकारियों ने कहा कि असरार अहमद को गोली नहीं लगी थी। बीते दिनों मीडिया रिपोर्टस ने अधिकारिक सूत्रों से बताया था कि घाटी में पैलेट गन से 80 आम नागरिक घायल हुए हैं।
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पुलिस ने 14 अगस्त को बताया था कि घाटी में प्रदर्शन के दौरान कई लोगों को पैलेट गन से चोटें आईं थी। एडिशनल डायरेक्टर जनरल मुनीर खान ने कहा था कि घाटी में कानून व्यवस्था नियंत्रण में है।
आपको बता दें कि 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटा दिया गया था। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया था। इनमें से एक केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर बना था और दूसरा लद्दाख। इसी के चलते घाटी में स्थितियां अभी सामान्य नही हैं।