Rajnath Singh in Tawang: चीनी सीमा पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया शस्त्र पूजन, जवानों को दी विजयादशमी की शुभकामनाएं
Rajnath Singh in Tawang: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जाबांज सैनिकों के साथ विजयादशमी की शुभकामनाएं देने पहुंचे। अरूणाचल प्रदेश का तवांग इलाका जो कि चीन से सीमा साझा करता है, वहां उन्होंने शस्त्रों की पूजा की।
Rajnath Singh in Tawang: आज विजयादशमी देशभर में हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस पत्रिव मौके पर भी हमारे जवान देश के सरहद की रक्षा में लगे हुए हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को देश के इन्हीं जाबांज सैनिकों के साथ विजयादशमी पहुंचे। अरूणाचल प्रदेश का तवांग इलाका जो कि चीन से सीमा साझा करता है, वहां उन्होंने शस्त्रों की पूजा की। इस दौरान सिंह तवांग स्थित युद्ध स्मारक पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। साथ ही बम ला बॉर्डर से सीमा के उस पार मौजूद चीनी सैन्य चौकियों का विश्लेषन भी किया।
इस मौके पर वहां मौजूद जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, आप ने सीमाओं को सुरक्षित बना रखा है इसी कारण भारत की अंतर्राष्ट्रीय जगत में प्रतिष्ठा बड़ी तेजी से बढ़ रही है। अगर आप लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित नहीं रखा होता तो अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत का आज जो कद बना है, ये कद न बना होता। लोग ये मान रहे हैं कि भारत आर्थिक तौर पर मजबूत हो रहा है साथ ही भारत की सैन्य शक्ति भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पहले हम कई दुनिया के कई देशों से हथियार आयात करते थे। आज हम 20 हजार करोड़ से ज्यादा के हथियार निर्यात कर रहे हैं।
अहम है रक्षामंत्री का तवांग दौरा
लद्दाख की तरह अरूणाचल प्रदेश को लेकर भी चीन के साथ लंबे समय से विवाद चला रहा है। चीन इसे तिब्बत का हिस्सा बताता रहा है, जिस पर उसने 1950 के दशक में कब्जा कर लिया था। तवांग स्थित सीमा पर भी दोनों देशो की सेनाएं कई बार आमने-सामने आ चुकी हैं। ड्रैगन की नजर खासतौर पर तवांग पर है। अरूणाचल प्रदेश में जब भी कोई बड़ा भारतीय या विदेशी राजनेता जाता है तो चीन इसका विरोध करता है। वह दलाई लामा के अरूणाचल दौरे पर भी अपनी नाराजगी जाहिर कर चुका है। भारत सरकार लगातार चीन की ऐसी आपत्तियों और अरूणाचल पर उसके दावे को मजबूती से खारिज करती रही है।