Maternity Leave in Army: महिला सैनिकों को अधिकारियों के समान ही मिलेगी मैटरनिटी लीव, रक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला
Maternity Leave in Army: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को सभी महिला सैन्यकर्मियों को समान रूप से मातृत्व, शिशु देखभाल और दत्तक ग्रहण अवकाश देने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
Maternity Leave in Army: केंद्र सरकार ने भारतीय सेना में कार्यरत महिला सैनिकों को दीवाली की बड़ी सौगात दी है। अब भारतीय सेना में काम करने वाली महिला सैनिकों, सेलर्स, एयर वॉरियर्स और महिला अग्निवीरों को एक समान मैटरनिटी लीव मिलेगी। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को सभी महिला सैन्यकर्मियों को समान रूप से मातृत्व, शिशु देखभाल और दत्तक ग्रहण अवकाश देने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पहले सेना में उच्च रैंक पर कार्यरत महिला अधिकारियों को ही इस प्रकार की छुट्टी दी जाती थी।
रक्षा मंत्रालय ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों में महिला सैनिकों, नाविकों और वायु योद्धाओं के लिए उनके अधिकारी समकक्षों के बराबर मातृत्व, बाल देखभाल और बाल गोद लेने की छुट्टियों के नियमों के विस्तार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। नियम जारी होने के साथ ही सेना में सभी महिलाओं को, चाहे वह अधिकारी हो या किसी अन्य रैंक की, ऐसी छुट्टियां देना समान रूप से लागू होगा।
मंत्रालय के मुताबिक, यह निर्णय सशस्त्र बलों में सभी महिलाओं की समावेशी भागीदारी के आरएम (रक्षा मंत्रालय) के दृष्टिकोण के अनुरूप है, चाहे उनकी रैंक कुछ भी हो। छुट्टी नियमों के विस्तार से सशस्त्र बलों से संबंधित महिला को विशिष्ट पारिवारिक और सामाजिक मुद्दों से निपटने में काफी मदद मिलेगी। इस उपाय से सेना में महिलाओं की कार्य स्थितियों में सुधार होगा और उन्हें पेशेवर और पारिवारिक जीवन के क्षेत्रों में बेहतर तरीके से संतुलन बनाने में मदद मिलेगी।
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कितने दिन की मिलेगी मैटरनिटी लीव ?
वर्तमान में सेना की महिला अधिकारियों को 180 दिन की मैटरनिटी लीव मिलती है। यह नियम अधिकतम दो बच्चों पर लागू होता है। इसके साथ ही अगर वो एक साल से कम उम्र के बच्चे को गोद लेती हैं तो उसके गोद लेने की तारीख के बाद से उन्हें 180 दिनों की छुट्टी मिलती है। एक महिला अधिकारी को अपनी पूरी नौकरी के दौरान 360 दिन बच्चे की देखभाल के लिए मिलते हैं। इसके लिए बच्चों की उम्र 18 साल से कम होनी चाहिए।
बता दें कि भारतीय सेना के सैन्य पुलिस कोर में सैनिकों के रूप में महिलाओं की भर्ती साल 2019 से शुरू हुई। अग्निवीर योजना में भी महिलाओं की भर्ती की जा रही है। रक्षा मंत्रालय के इस फैसले से सैन्य अधिकारियों की तरह अब महिला सैनिकों को भी मातृत्व अवकाश का लाभ मिल सकेगा।